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अध्यात्म का प्रथम सोपान : सामायिक
होता है । जिसमें हर्ष और शोक-दोनों नहीं हैं, वह है मन की निर्मल अवस्था, मन की प्रसन्न अवस्था । शारीरिक स्वास्थ्य और मानसिक स्वास्थ्य को नहीं तोड़ा जा सकता । मानसिक स्वास्थ्य और समता को भी नहीं तोड़ा जा सकता । वेश-भूषा
मनोविज्ञान ने मानसिक स्वास्थ्य के परीक्षण की कसौटियां भी दी हैं । 'पर्सनेलिटी पेरामीटर' की पद्धति से व्यक्तित्व को अंकित करने और मानसिक स्वास्थ्य को जांचने के सूत्र दिए हैं, कुछ बिन्दु प्रस्तुत किए हैं। पहला पेरामीटर है-वेश-भूषा | व्यक्ति कैसे कपड़े पहनता है ? वह अपने प्रति कितना सजग है ? वह कपड़ों को किस चतुराई से धारण करता है ? कपड़े पहनने की विधि से मन की प्रसन्नता नापी जा सकती है।' व्यवहार
दूसरा पेरामीटर है-व्यवहार । व्यक्ति विभिन्न परिस्थितियों में कैसा व्यवहार करता है ? कभी संतुलित व्यवहार और कभी असंतुलित व्यवहार करने वाले का मन स्वस्थ नहीं होता । व्यक्ति मानसिक दृष्टि से स्वस्थ है तो उसके प्रति सामने वाला कितना ही दुर्व्यवहार क्यों न करे, वह अपना संतुलन नहीं खोएगा | वह अच्छा व्यवहार ही करेगा । वह अपने अच्छे व्यवहार के द्वारा सामने वाले व्यक्ति के व्यवहार को बदलेगा या उसे यह सोचने के लिए बाध्य करेगा कि यह व्यक्ति सचमुच ही विनम्र और सद्व्यवहार करने वाला है।
अमेरिका के राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन आध्यात्मिक व्यक्ति थे । साधारण से साधारण व्यक्ति भी उनके सामने आता, टोपी उतारकर प्रणाम करता तो स्वयं राष्ट्रपति भी अपना हैट उतारकर उसके अभिवादन को स्वीकार करते । राष्ट्रपति के मित्रों ने यह देखकर कहा-'आप राष्ट्रपति हैं । आपको सामान्य व्यक्ति के आगे हैट नहीं उतारना चाहिए | एक सामान्य नागरिक आपका अभिवादन करता है तो वह उसका कर्तव्य है, उसे करना ही चाहिए । पर आप राष्ट्रपति हैं, आपको अपने स्थान की गरिमा रखनी है ।' राष्ट्रपति बोले- 'अमेरिका का राष्ट्रपति विनम्रता और व्यवहार में किसी से छोटा पड़ना
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