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आ चातुर्मासमां श्री सूत्रकृतांगसूत्र अने श्री विक्रमचरित्र वांचवानुं नक्की थवाथी ते प्रन्योने
वहोराववानुं तथा ज्ञानपूजननुं घी मण ९९ना भाव रु. अढी लेखे रु. शासनहितनां कार्योनी २४७॥नी शानखातामां उपज थइ । श्री पर्युषण पहेलां नवकार मंत्रनी नोध- आराधना कराववामां आवी हती, त्यारे ज्ञानखातामा रु. १०५)
एकसो पांचनी उपज थइ हती; नवकार मंत्रनी आराधनाने अंगे वरघोडो काढवामां आव्यो तेनी बोलीथी रु. ९००) नवसोनी उपज देवद्रव्यमां थइ। आ वरघोडाने अंगेना खर्चनी टीपमा रु. २७५) पोणी त्रणसो जूदी जूदी व्यक्तिओ तरफथी भराया हता। ___ श्री पर्युषणपर्वमां श्री कल्पसूत्र वहोराववानुं अने ज्ञानपूजन वगेरेनुं घी ११५ मण थयु तेना रु. २९०) बसो नेवु उपरांतनी उपज ज्ञानखातामां थइ, अने रु. ७२।। साडीबोंतेरनी उपज साधारणखातामां थइ । कारण के अहींना संघे एवो ठराव कर्यों हतो के “ आ पर्युषणने प्रसंगे सुपना विगेरेनी बोलीना धीनो भाव रु. २॥नो लेवाय छे, ते उपरांत दर मणे दश आना लेखे साधारणखातामा दरेक बोलनारे आपवो पडशे" आ ठरावने उपाश्रयमा एक बॉर्ड उपर लखीने जाहेर करवामां आव्यो हतो।
श्रीमहावीर-जन्मवांचनने दिवसे सुपनानी बोलीनी उपज रु. ३१६२॥ एकत्रीसो साडीबासठनी देवद्रव्यमा उपज थइ, अने रु. ७९०॥-- सातसो नेवु दस आनानी उपज साधारणखातामां थइ।
बारसासूत्र वहोराववान अने चित्रो देखाडवानुं घी १०३॥ थयु, तेना रु. २५९।- बसो ओगणसाठ ने छ आना ज्ञानखातामां, अने रु. ६५) पांसठ लगभग साधारणखातामां उपज थइ।
भा. सु. ५ना वरघोडामां घी मण ३००॥ ययु, तेना रु. ७५१। सातसो सवा एकावन देवद्रव्यमा अने रु. १८७।।।- एकसो सत्यासी ने तेर आना साधारणखतामां उपज थइ। ___संवत्सरीने दिवसे प्रतिक्रमणना सूत्रोनी बोलीना घीना रु. १९२॥ एकसो साडीबाणु ज्ञानखाते भने रु. ४८)- अडतालीस ने बे आना साधारणखाते उपज थइ ।
श्री पर्युषणपर्वमा ६४ पहोरना पौषधवाळाए पण लाभ लीधो हतो।
बहारगामथी आवेली टीपोमां भरवाने माटे जूदी जूदी त्रण प्रकारनी टीप करवामां आवी, तेमा साधारणखातानी टीपमा रु. पांचसो ने ओगणसाठ, चातुर्मासमां साधुओनी भक्ति विनयवैयावञ्च माटेनी टीपमा रु. १२५०) साडीवारसो, अने जीवदयानी टीपमा रु. २८३) बसो ने त्यासी, परांसलीतीर्थमांना श्रीसिद्धसेन-दिवाकरसूरि-जैन विद्यालयनी टीपमा रु. २५६) बसो ने छप्पन; मुम्बईना श्रीवर्धमानतप-आयंबीलखातानी टीपमा रु. ३३८) त्रणसो ने आडत्रीस थया ।
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