________________
(८०)
थावडा संग्रह।
NAVARAN/IN/Anniv
..
....
.
३३ नदी प्रमुख जल के अन्दर एक समय में जघन्य एक, उत्कृष्ट तीन सिद्ध होते हैं।
३४ तीर्थ सिद्ध होवे तो एक समय में जघन्य एक, उत्कृष्ट १०८ सिद्ध होते हैं।
३५ अतीर्थ सिद्ध होवे तो एक समय में जघन्य एक, उत्कृष्ट दम सिद्ध होते हैं।
३६ तीर्थ कर सिद्ध होवे तो,एक समय में जघन्य एक, उत्कृष्ट वीस सिद्ध होते हैं!
३७ अतीर्थकर सिद्ध होवे तो एक समय में जघन्य एक, उत्कृष्ट १०८ सिद्ध होते हैं।
३८ स्वयं बोध (बुद्ध) सिद्ध होवे तो एक समय में जघन्य एक, उत्कृष्ट चार सिद्ध होते हैं।
- ३६ प्रति बोध सिद्ध होवे तो, एक समय में जघन्य एक, उत्कृष्ट दश सिद्ध होते हैं।
४० बुध बोही सिद्ध होवे तो, एक समय में जघन्य एक, उत्कृष्ट १०८ सिद्ध होते हैं।
४१ एक सिद्ध होवे तो, एक समय में जघन्य एक, उत्कृष्ट एक सिद्ध होते हैं।
४२ अनेक सिद्ध होवे तो,एक समय में जघन्य एक, उत्कृष्ट १०८ सिद्ध होते हैं।
४३ विजय विजय प्रति एक समय में जघन्य एक, उत्कृष्ट वीस सिद्ध होते हैं।
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
___www.jainelibrary.org