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थोकडा संग्रह।
निग्रन्थ , १६२ १.-२.-३ प्रत्येक सौ . स्नातक
प्रत्येक कोड़
नियमा ३६ अल्प बहुत्व द्वार-सर्व से कम निग्रन्थ नियंठा, उनसे पुलाक वाले संख्यात गुणा । उनसे स्नातक संख्यात गुणा । उनसे वकुश सं०, उनसे पडिसवरण संख्यात गुणा, और उनसे कषाय कुशील का जीव संख्यात गुणा ।
॥ इति नियंठा सम्पूर्ण ।।
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