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T५७४)
थोकडा संग्रह।
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हजार वर्ष का और अरिहंत, चक्रवर्ती, वासुदेव, बलदेवों का० ज० ८४ हजार वर्ष का, उ० देश उणा १८ कोड़ाक्रोड़ सागरोपम का विरह पड़े।
ॐ इति विरह पद सम्पूर्ण
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