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पांच इन्द्रिय ।
( ३०३)
असंख्यात गुणा व स्पर्शेन्द्रिय का अवगाह्या आकाश प्रदेश संख्यात गुणा। प्रदेश और अवगाह्य दोनों का अल्प बहुत्व
सर्व से कम चक्षुइन्द्रिय का अवगाह्य आकाश प्रदेश इससे श्रोत्रेन्द्रिय का संख्यात गुणा इससे घ्राणेन्द्रिय का अवगाह्य संख्यात गुणा इससे रसेन्द्रिय का अवगाह्य असंख्यात गुणा इससे स्पर्शन्द्रिय का अवगाह्य संख्यात गुणा इससे चक्षु इन्द्रिय का प्रदेश अनन्त गुणा इससे श्रोत्रेन्द्रिय का प्रदेश संख्यात गुणा इससे घ्राणेन्द्रिय का प्रदेश संख्यात गुणा इससे रसेन्द्रिय का प्रदेश असंख्यात गुणा व इससे स्पर्शेन्द्रिय का प्रदेश असंख्यात गुणा ।
कर्कश व भारी स्पर्श का अल्प बहुत्व
सर्व से कम चक्षु इन्द्रिय का कर्कश व भारी स्पर्श इससे श्रोत्रेन्द्रिय का अनन्त गणा इससे घ्राणेन्द्रिय का अनन्त गुणा इससे रसेन्द्रिय का अनन्त गुणा इससे स्पर्शेन्द्रिय का अनन्त गुणा।
हलका व मृदु स्पर्श का अल्प बहुत्व
सर्व से कम स्पन्द्रिय का हलका व मृदु स्पर्श, इस से रसेन्द्रिय का हलका मृदु स्पर्श अनन्त गुणा इससे घ्राणेन्द्रिय का अनन्त गुणा इससे श्रोत्रेन्द्रिय का अनन्त गुणा व इससे चतु इन्द्रिय का अनन्त गुणा ।
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