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अवधि ज्ञान का विषय ( देखने की शक्ति )
नक्षा नं. १
(800)
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विषय रत्न प्रभा शर्कर प्रभा वालु प्रभा पंक प्रभा धूम प्रभा तमः प्रभा तमतमः प्रभा ज.क्षेत्र ३॥ गाउ ३ गाउ २॥ गाउ २ गाउ १॥ गाउ १ गाउ ॥ गाउ उ.क्षेत्र ४ गाउः ॥ गाउ ३ गाउ २॥ गाउ २ गाउ | गाउ १ गाउ
नक्षा नं. २ विषय असुर कुमार निकाय तिर्थच पंचे. संज्ञी ज्योतिषी देव लोक देव लोक व्यन्तर न्द्रिय संज्ञी मनुष्य
१-२ ३-४ देखे २५ योजन २५ योजनः आङ्गुल के प्राङ्गुल के संख्याता आङ्गुल के श्राङ्गुल के
अ. भाग अ. भाग द्वीप समुद्र अ. भाग अ. भाग उ. देखें असंख्यात संख्यात . असंख्यात अलोक में , रत्न प्रभा के शर्करं प्र. द्वीप समुद्र द्वीप समुद्र द्वीप समुद्र अ, खण्ड नीचे का तला के नीचे
(चरमान्त) का च.
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थोकड़ा संग्रह।
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