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चिोवीस दण्डक।
.. सात हाथ के जो सिद्ध हुवे हैं उनकी अवगाहना चार हाथ और सोलर अंगुल की।
दो हाथ के जो सिद्ध हुवे है उनकी एक हाथ और आठ अंगुल की। ३ संघयन द्वार:-सिद्ध असंघयनी (संघयन नहीं)। ४ संस्थान द्वार- ,, असंस्थानी ( संस्थान नहीं)। ५ कषाय द्वार- ,, अकसायी ( कषाय नहीं)। ६ संज्ञा ,, - ,, में संज्ञा नहीं । ७ लेश्या ,, -,,, लेश्या , ८ इन्द्रिय ,, - ,, ,, इन्द्रिय नहीं। ६ समुद्रात,,-,,, समुद्घात , १० संज्ञी ,, - सिद्ध नहीं तो संज्ञी और न असंज्ञी। ११ वेद , - सिद्ध में वेद नहीं । १२ पर्याप्ति द्वार-सिद्ध न पर्याप्ति है और न अपर्याप्ति है। १३ दृष्टि द्वार-सिद्ध-सम्यग् दृष्टि । १४ दर्शन द्वार-सिद्ध में केवल एक दशन- केवल दर्शन ।
१५ ज्ञान द्वार:-सिद्ध में केवल ज्ञान ! १६ योग द्वार:-सिद्ध में योग नहीं ।
१७ उपयोग द्वार:-सिद्ध में उपयोग दो १ केवल ज्ञान २ केवल दर्शन ।
१८ आहार द्वार:-सिद्ध में आहार नहीं। . . १६ उत्पत्ति द्वार:-." " उत्पति नहीं।
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