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अनिर्णीतस्थलश्लोकाः। यदा किंचिज्ज्ञोऽहं गज इव मदान्धः समभवं
तदा सर्वज्ञोऽस्मीत्यभवदवलिप्तं मम मनः। यदा किंचित् किंचिद् बुधजनसकाशादवगतं
तदा मूर्योऽस्मीति ज्वर इव मदो मे व्यपगतः ॥.५॥ यदासीदज्ञानं स्मरतिमिरसंस्कारजनितं ___ तदा दृष्टं नारीमयमिदमशेषं जगदपि । इदानीमस्माकं पटुतरविवेकाञ्जनजुषां
समीभूता दृष्टिस् त्रिभुवनमपि ब्रह्म तनुते ॥ ६ ॥ शुभ्रं सद्म सविभ्रमा युवतयः श्वेतातपत्रोज्वला __ लक्ष्मीरित्यनुभूयते स्थिरमिव स्फीते शुभे कर्मणि ।
5 v. in N and N. in S. NS 3. V. 49, N. 103 (extra). - ) Fs किंचिद्रोह W4 (orig.) feat. A3 C D Eo.2.5 F (except F3) W (W4 orig. ) X2 Y3 fg (for गज). J. सविभवस् (for समभवं). -')G2 [इत्यभवम् (for [इत्यभवद). W2-4 अनुलिप्तं (for अव). - ") M4 बुधवर (for बुधजन'). C D F+.5 X अधिगतं; Ji Ts M3 अपगतं; Jat. 8 अनुगतं (for अव॰). -4) G मूढो (for मूर्यो). Jat G1 Ma []प्यपगतःX विगलितः (for व्यप).
BIS. 5188 (2347) Bhartr. ed. Bohl, and lith. ed. II. 2. 8. Haeb. 3. 100. lith. ed. I. 2. 7. Calan 10. Subhash. 311; Sp. 4177 (Bh.); SRB. p. 41. 58 (Bh.); SBH. 3456 (Bh.); SRK. p.34.5 (Bh.); SK. 6.37%3 SU. 10513 SSD. 4. f. 28b; SSV.760; BPS. 157.
6 v. in N and x; S. in wY NS3. V.98, S. 110 (111, extra). - ) Fa अज्ञान; I G4 M4. ( अस्माकं (for अज्ञानं). J2. 3 संसारजनितं; S (except x Gi) संचा(Y1 'भा रजनितं (Y3 °निरतं; G4 °जडितं). -") Jat M3 यदा (for तदा). F1.2 हृष्टं; F3 दष्टं; J20 दृष्टा: W सर्व: मन्ये (for दृष्टं). D नारीनरमय: Y6 नारीजनमिदम्, Fa om. इदम्, B CF2.3.4 (orig.). J2.8X Y1.3-8 TG (except G4) M1.2 जगदिति; W जगदभूत्। Y: जगदिदं. --- ) F2 प्रकटित- (for पटुतर-). J1 -विशेषांजन; M4 -विलोकांजन- w -दृशां; Y1; (except printed text) जुषा; M4 जुषीं (for जुषां). -4) G4 तमीभूता; M4 तपी'; M. नवी (for समी'). J1 त्रिभवनम्. J1 X G4 इदं (for अपि). F2 ब्रह्मैव (for ब्रह्म). As B OF H I J2.3 W (except Wat) Y T G1-3.5 M1-3 मनुते; G4 कुरुते (for तनुते).
BIS. 5202 (2357) Bhartr.ed. Bohl. 1. 98. Haeb. 101, and 3. 88. lith. ed. II. 1. 102, and 3.77. Subhash. 315. Santisataka. 4. 14 (Haeb. p. 427). Kavyakal. 33. Satakiv 38; SRB. p. 375. 246; SDK. 5. 63. 3 (p. 319); Sarasvatikanthabharana 5. 115 (KM. 94, p. 609); SK. 7.23; SSD.4. f. 28b; JSV. 304.12.
7S. in N and w; N. in X YTGM . -) H2 धाम; W+ सग्र (for सझ). Fb I Watसविभ्रमा; Y1 शशिभ्रमा. E F3 पत्रोज्वलाः. -°) F4 °भूतये (for भूयते). A3 स्थितमिव; C चिरमिव; Eo.1.4.5 स्थिरमति- (Eo.5 °तिः); E3 स्फिरमिव; Y2 GM
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