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भर्तृहरिसुभाषितसंग्रहे क्षुधाक्षामो जीर्णः पिठरककपालार्पितगलः
शुनीमन्वेति श्वा हतमपि च हन्त्येव मदनः ॥ २ ॥ प्राणाघातान् निवृत्तिः परधनहरणे संयमः सत्यवाक्यं
काले शक्त्या प्रदानं युवतिजनकथामूकभावः परेषाम् । तृष्णास्रोतोविभङ्गो गुरुषु च विनयः सर्वभूतानुकम्पा
सामान्यः सर्वशास्त्रेष्वनुपहतविधिः श्रेयसामेष पन्थाः ॥३॥ बोद्धारो मत्सरग्रस्ताः प्रभवः स्मयदूषिताः। अबोधोपहताश् चान्ये जीर्णमङ्गे सुभाषितम् ॥ ४॥
BIS. 1895 (729) Bhartr. ed. Bohl. 1. 63. Haeb. 1. 66, 3. 95. Satakav. 70 and 110%; SRB. p. 371. 132; SBH. 3390. Ksemendra's Aucityavicāracarca (KM, 1, p. 129, Candraka); Namisädhu in Rudrata's Kāvyālaṁkära; SN, 251.
3 V. in N (but Ji N. 101) and N. in S. Omitted in I. O. (Keith) 7207. NS 3. V.62,N. 111 (extra). ISM Kalamkar 195. N. 103 (105) and V.80 (82). - ") Bl. 2 (orig.) F2 H Yr T2.3 M1-3 प्राण्याघातान्; F6 प्राणाघाते; W: प्राणीघातान्। M4 प्राणाघाता. B परधनहरणात्. T3 संयतं (for संयमः). Mi.2.4 वाचि सत्यं (for सत्यवाक्यं). - ") T3 सत्या (for शक्त्या). A -मुग्धभावः (for -मूकभाव:). -') A0-3B E Fs H1 I W1.3 X2 (orig.) तृष्णाश्रोतोविभंगो; A3 तृष्णोस्रोतों; D तृष्णारामाभंगो; F3 Y: तृष्णास्रोतोविभागो; X1 Y1 (except printed text) तृष्णाशांतोर्मिभंगो; G1 स्रोतो विषंगो; M2 स्रोतोवभंगो; M4 स्रोतोनिभंगो; Ms स्रोतोतिभंगो. Fs विनतिः (for विनयः).
- ") E सामान्या; E4 (orig.) Y1 सामान्ये; J X Y2. 3. 1.8 T G4.6 M2.5 सामान्य G1 M1. 3.4 प्रामाण्यं (for सामान्यः). B Hic. M4 अनुपहतगतिः; CFa.s x Yi. 'हतमतिः, D°मतविधिः; Jहतधियां (for 'हतविधिः). I एक; Wa. 8.4 (orig.) Y1 एवं (for एष).
__BIS. 4310 (1891) Bhartr. ed. Bohl. 2.60. lith. ed. I. 25, II and Galan. 26%3 SRB. p. 180. 1056; SRH. 7. 19 (Bh.); SRR. P. 99. 2; Yašastilakacampū of Somadeva (KM. 70, part II, p. 99, Vararuci; com. Vararuci = Katyayana); SA. 24.89%3; SSD. 2. f. 95a; SKG. f. 17b..
____4 v. in N and w; N.2 in x Y. - 4) B1 बौद्धारो; Ms बोधारो. P. मत्सरप्राप्ताः; It मच्छरग्रस्ताः ; J1 मस्तर'; M3 मतर'.-') F4 (marg.) स्मय-गर्व. -.) Bi Eo. 2. 30. 5 H I X1 Y3 अज्ञानोप'; J1 अवबोधोप. E मन्ये, perhaps भन्ये in com. (for चान्ये). -4) M3 अंके ( for अङ्गे).
____BIS. 4488 (1988) Bhartr. ed. Bohl. Haeb. lith. ed. I, II and Galan 3. 2. SKDr. under बोद्धा; SRB. p. 39. 18; SBH. 139; SRH. 1. 6. (Bh.); SRK. p. 1.9 (Sphutasloka); SK. 2. 24; SSD. 1. f. 81b.
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