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सचित्र उत्ताध्ययन सूत्र
द्वितीय अध्ययन [२६
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असमाणो चरे भिक्खू, नेव कुज्जा परिग्गहं ।
असंसत्तो गिहत्थेहिं, अणिएओ परिव्वए ॥१९॥ निर्दोष चर्या से विभूषित-प्रशंसित (लाढ) साधु परीषहों पर विजय प्राप्त करके ग्राम में, नगर में, व्यापारिक मंडी में, राजधानी आदि में अकेला ही विचरण करे ॥१८॥
भिक्षु असाधारण (आम आदमी से अलग) होकर विचरण करे। परिग्रह नहीं करे, गृहस्थों के प्रति ममत्व भाव न रखे, उनसे अलिप्त रहे तथा अनिकेत गृह बन्धनों से मुक्त होकर परिभ्रमण करे ॥१९॥ (9) Wandering Trouble
The ascetic should wander about, being victor of all-troubles, in a village, town, market place, a capital etc. (18)
Different from common man, a mendicant should wander about, without any possession, not being attached to house-holders and live without a fixed residence. (19) १०-निषया-परीषह
सुसाणे सुन्नगारे वा, रुक्ख-मूले व एगओ । अकुक्कुओ निसीएज्जा, न य वित्तासए परं ॥२०॥ तत्थ से चिट्ठमाणस्स, उवसग्गाभिधारए ।
संका-भीओ न गच्छेज्जा, उठ्ठित्ता अन्नमासणं ॥२१॥ श्मशान, सूने घर, तरुमूल में अकेला ही साधु अचपल होकर बैठे, किन्तु किसी अन्य प्राणी को किंचित् भी भयभीत न करे ॥२०॥
यदि उन स्थानों पर (ध्यानस्थ) बैठे साधु को किसी प्रकार का उपसर्ग (मनुष्य-देव-तियच सम्बन्धी) आ जाये तो उसे समभाव से धारण करे, सहे; अनिष्ट की शंका से भयभीत होकर उस स्थान से उठकर अन्यत्र न जाये ॥२१॥ 10. Spot for Sitting, study and meditation
The ascetic should sit down immobile in a funeral place, or a deserted house or beneath a tree, but he should not drive away any one, even a small creature. (20)
If there occurs any difficult position caused by god, men or beast against the ascetic in meditation; he should bear it calmly; but not go to any other safer place. (21)
११-शय्या-परीषह
उच्चावयाहिं सेज्जाहिं, तवस्सी भिक्खु थामवं । नाइवेलं विहन्नेजा, पावदिट्ठी विहन्नई ॥२२॥ पइरिक्कुवस्सयं लद्धं, कल्लाणं अदु पावगं ।
'किमेगरायं करिस्सइ', एवं तत्थऽहियासए ॥२३॥ ऊँची-नीची, अच्छी-बुरी शय्या (वसति-उपाश्रय-आश्रय स्थान) पाकर, सर्दी-गर्मी सहन करने में समर्थ तपस्वी भिक्षु हर्ष-खेद करके अपनी संयम मर्यादा का अतिक्रमण न करे। क्योंकि पापदृष्टि (अस्थिरचित्त) साधु ही (हर्ष विषाद करके) मर्यादा का भंग करता है ॥२२॥ (अस्थिर चित्र)
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