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१८७] षोडश अध्ययन
सचित्र उत्तराध्ययन सूत्र in.
Maxim 6-(Fourth celibacy condition)-Who does not gaze passionately the heartattracting and exciting senses, limbs, part and portions of the body of women, and even not thinks about them; he is a knotless monk.
(Q.) Why it is so?
(Ans.) Preceptor says-Who gazes the heart-attracting-attaching senses, portions of body and thinks about them; such celibate knotless monk may have doubt about the benefits of celibacy, desire of sexual intercourse may arouse, intense desire may frustrate his mind, vow of celibacy may be broken or mental disruption may occur, mental disorder or prolonged sickness may catch him, he abandons the religious order prescribed by kevalins.
Therefore knotless monk should not passionately gaze the heart-attracting senses and limbs of women nor think about them.
सूत्र ७-नो इत्थीणं कुड्डन्तरंसि वा, दूसन्तरंसि वा, भित्तन्तरंसि वा, कुइयसदं वा, रुइयसई वा, गीयसदं वा, हसियसदं वा, थणियसदं वा, कन्दियसदं वा, विलवियसबे वा, सुणेत्ता हवइ, से निग्गन्थे ।
तं कहमिति चे?
आयरियाह-निग्गन्थस्स खलु इत्थीणं कुड्डन्तरंसि वा, दूसन्तरंसि वा, भित्तन्तरंसि वा, कुइयसदं वा, रुइयसदं वा, गीयसदं वा, हसियसदं वा, थणियसदं वा, कन्दियसई वा, विलवियसदं वा, सुणेमाणस्स बंभयारिस्स बम्भचेरे संका वा, कंखा वा, वितिगिच्छा वा समुप्पज्जिज्जा, भेयं वा लभेज्जा, उम्मायं वा पाउणिज्जा, दीहकालियं वा रोगायंकं हवेज्जा, केवलिपन्नत्ताओ वा धम्माओ भंसेज्जा।
तम्हा खलु निग्गन्थे नो इत्थीणं कुड्डन्तरंसि वा, दूसन्तरंसि वा, भित्तन्तरंसि वा, कुइयसई वा, रुइयसई वा, गीयसदं वा, हसियसई वा थणियसई वा, कन्दियसदं वा, विलवियसदं वा सुणेमाणे विहरेज्जा । पंचम ब्रह्मचर्य समाधि स्थान ___ सूत्र ७-जो मिट्टी की दीवार के अन्तर से, वस्त्र के परदे के अन्तर से, पक्की दीवार के अन्तर से स्त्रियों के कूजन, रोदन, गीत, हास्य, गर्जन, आक्रन्दन, विलाप-शब्दों को नहीं सुनता; वह निर्ग्रन्थ है।
(प्रश्न) ऐसा क्यों है ?
(उत्तर) आचार्य कहते हैं-मिट्टी की दीवार, परदे, पक्की दीवार के अन्तर से स्त्रियों के कूजन, रोदन, गायन, हास्य, गर्जन, क्रन्दन तथा विलाप के शब्दों को सुनने वाले ब्रह्मचारी निर्ग्रन्थ के ब्रह्मचर्य के विषय में शंका, कांक्षा, विचिकित्सा समुत्पन्न होती है, ब्रह्मचर्य भंग हो जाता है, उन्माद तथा दीर्घकालिक रोग व आतंक उत्पन्न हो जाते हैं, वह केवली प्ररूपित धर्म से भ्रष्ट हो जाता है। ___ इस कारण मिट्टी की कच्ची दीवार, कपड़े के परदें, पक्की दीवार के अन्तर से स्त्रियों के कूजन, रोदन, गीत, हास्य, गर्जन, आक्रन्दन, विलाप आदि शब्दों को निर्ग्रन्थ न सुने।
Maxim 7-(Fifth celibacy condition)-Who from behind the partition of a thatch, cloth curtain, stony wall does not hear the voices (sounds) of screeching, screaming, singing, laughing, giggling, crying of women; he is a knot-free monk.
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