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११९] एकादश अध्ययन
सचित्र उत्तराध्ययन सूत्र
सागर जैसे गम्भीर, कष्टों से अबाधित (दुरासद), किसी से भी पराजित न होने वाले, अविचलित, विपुल श्रुतज्ञान से परिपूर्ण, छह काय के रक्षक, बहुश्रुत कर्मों का क्षय करके उत्तम गति को प्राप्त करते हैं ॥३१ ॥
The best learneds, deep like ocean, unobstructed by difficulties, cannot be overcome by any body, daunt, enormously filled by holy scriptural knowledge, protector of all the living beings of world-those learneds attain the best existence i. e., liberation, destroying all the karmas. (31)
तम्हा
।
सुयमहिट्ठिज्जा, उत्तमट्ठगवेसए । जेणऽप्पाणं परं चैव, सिद्धिं संपाउणेज्जासि ॥ ३२ ॥
-त्ति बेमि ।
इसलिए उत्तम अर्थ के गवेषक, मोक्ष की इच्छा रखने वाले मुमुक्षु श्रुत का अध्ययन करें जिससे वे स्वयं मुक्त हो सकें तथा अन्यों को भी सिद्धि-मुक्ति प्राप्त करा सकें ॥ ३२ ॥ - ऐसा मैं कहता हूँ ।
भी
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Therefore the seekers of the best truth, having the wish of salvation-the liberationwillers () study the holy scriptures, so that they may attain liberation themselves and be shelpful to others for getting salvation. (32) -Such I Speak
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