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55555555555555555555555555555555555 दुषमा-द्वितीय आरक : पुष्कर संवर्तक महामेघ ११५ निष्कुट प्रदेश-विजयार्थ तैयारी
१६८ क्षीर, घृत, अमृत, रसमेघ वृष्टि ११६ चर्मरत्न का प्रयोग
१७१ सुखद परिवर्तन और शुभ संकल्प
विशाल विजय : यवनों द्वारा उपहार १७२ दुषमा : द्वितीय आरक
११९ सेनापति द्वारा भरत के समक्ष उपहार-अर्पण १७४ दुषम-सुषमा आरक
१२० तमिस्रा गुफा : दक्षिणद्वारोद्घाटन सुषम--दुषमा आरक
१२२ काकणीरत्न द्वारा मण्डल-आलेखन १८० उन्मग्नजला, निमग्नजला महानदियाँ
१८३ तृतीय वक्षस्कार
१२४-२५५ आपात किरातों से संग्राम
१८५ उपोद्घात १२४ आपात किरातों का पलायन
१८८ विनीता राजधानी १२४ अश्वरल वर्णन
१८९ चक्रवर्ती भरत १२५ मेघमुख देवों का आह्वान
१९४ चक्ररत्न की उत्पत्ति : अर्चा : महोत्सव १३० मेघमुख देवों द्वारा उपद्रव विनीता नगरी की सज्जा
१३२ छत्ररत्न का प्रयोग भरत का स्नान आदि सुसज्जा
१३३ गाथापतिरल द्वारा सेना की निर्वाह व्यवस्था २०० आयुधशाला की ओर प्रस्थान
१३६ देवों द्वारा मेघमुख देवों की तर्जना २०२ चक्ररल की अर्चा
१३७ भरत की शरण में किरात आठ दिवसीय महोत्सव १३९ चुल्लहिमवंत विजय
२०८ चक्ररत्न का मागध तीर्थाभिमुख प्रयाण १४१ ऋषभकूट पर नामांकन
२१० मागध तीर्थ में अष्टमभक्त-पौषधकरण १४४ नमि-विनमि-विजय मागध तीर्थ-विजय
१४६ खण्डप्रपात-विजय के नट्टमालक देव मागध तीर्थाधिपति का भरत के समीप आगमन १४९ द्वारा प्रीतिदान अष्टमभक्त का पारणा तथा
भरत का प्रत्यागमन
२१८ अष्टदिवसीय महोत्सव १५१ नवनिधि उत्पत्ति
२१९ चक्ररत्ल का वरदाम तीर्थ की ओर प्रयाण १५२ विनीता को प्रत्यागमन
२२५ वरदाम तीर्थ-विजय १५३ विनीता में प्रवेश
२३१ रथ वर्णन १५८ राज्याभिषेक
२३६ प्रभासतीर्थ-विजय १६२ देवों द्वारा अभिषेक मण्डप रचना
२३८ सिन्धुदेवी-साधन १६३ अभिषेक-मण्डप में प्रवेश
२४० वैताढ्य गिरिकुमार-विजय १६६ महाराज्याभिषेक
२४२ तमिस्रा गुफा-विजय
द्वादशवर्षीय प्रमोद घोषणा
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