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[Ans.] Gautam ! It is not correct. The taste of that land was exquisite, 5 much more pleasant to all the senses, much more loveable, beautiful and pleasant to the mind.
[Q.] Reverend Sir ! What is the taste of those flowers and fruits ?
[Ans.] Gautam! A Chakravarti emperor rules over six continents up to three seas and Himavan mountain. His food is prepared with one lakh gold coins. That food is very pleasant, tasty and of graceful appearance, smell, taste and touch. It is taste worthy. It increases the capacity of digestion, courage and brilliance, and is intoxicating. It bolsters the faculties of the body and provides pleasure to all the senses and the body.
[Q] Reverend Sir! Is the taste of those flowers and fruits similar to that of the food (of Chakravarti) ?
[Ans.] Gautam ! It is not so. The taste of those flowers and fruits is far more pleasant than that food.
मनुष्यों का आवास जीवनचर्या RESIDENCE OF HUMAN BEINGSDAILY ROUTINE
३०. [प्र.] ते णं भंते ! मणुया तमाहारमाहारेत्ता कहिं बसहिं उवेंति ?
[उ. ] गोयमा ! रुक्खगेहालया णं ते मणुआ पण्णत्ता समणाउसो !
[प्र. ] तेसि णं भंते ! रुक्खाणं केरिसए आयार भावपडोआरे पण्णत्ते ?
[उ.] गोयमा ! कूडागारसंठिआ, पेच्छाच्छत्त- झय - धूभ - तोरण- गोउर - बेइआ - चोप्फालगअट्टालग - पासाय- हम्मिअ- गवक्ख-यालग्गपोइआ - वलभीघरसंटिआ ।
अत्थण्णे इत्थ बहवे वरभवणविसिट्ठसंठाणसंठिआ तुमगणा सुहसीअलच्छाया पण्णत्ता समणाउसो ! ३०. [ प्र. ] भगवन् ! वे मनुष्य वैसे आहार का सेवन करते हुए कहाँ निवास करते हैं ? [उ. ] आयुष्मन् श्रमण गौतम ! वे मनुष्य वृक्षरूप घरों में निवास करते हैं।
[प्र.] भगवन् ! उन वृक्षों का आकार / स्वरूप कैसा है ?
[ उ. ] गौतम ! वे वृक्ष कूट-शिखर, प्रेक्षागृह - नाट्यगृह, छत्र, स्तूप- चबूतरा, तोरण, गोपुरनगरद्वार, वेदिका - उपवेशन योग्य भूमि, चोप्फाल बरामदा, अट्टालिका, प्रासाद-शिखरबद्ध देवभवन या राजभवन, हर्म्य - शिखर वर्जित श्रेष्ठिगृह- हवेलियाँ, गवाक्ष-झरोखे, बालाग्रपोतिका - जलमहल तथा फ वलभीगृह सदृश विविध आकार-प्रकार लिए हुए हैं।
इस भरत क्षेत्र में और भी बहुत से ऐसे वृक्ष हैं, जिनके आकार उत्तम, विशिष्ट भवनों जैसे हैं, जो 5 सुखप्रद शीतल छायायुक्त हैं।
30. [Q.] Reverend Sir ! While consuming such food, where do those human beings live?
जम्बूद्वीप प्रज्ञप्ति सूत्र
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Jambudveep Prajnapti Sutra
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