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वाचिक तथा कायिक प्रवृत्तियों का विवेकपूर्वक उपयोग करने वाले, मुक्तिप्रधान-कामनाओं " से दूर रहने वाले, विद्याप्रधान-ज्ञान की विविध शाखाओं के पारगामी, मन्त्रप्रधान-चिन्तना * या विचारणायुक्त, वेदप्रधान-वेद आदि लौकिक, लोकोत्तर शास्त्रों के ज्ञाता, ब्रह्मचर्यप्रधान,
नयप्रधान-नैगम आदि नयों के ज्ञाता, नियमप्रधान-नियमों के पालक, सत्यप्रधान, * शौचप्रधान-आत्मा की शुचिता एवं पवित्रतायुक्त थे एवं-चारुवर्ण-सुन्दर वर्णयुक्त अथवा * उत्तम कीर्तिमान, लज्जा-संयम की विराधना में लज्जालु तथा तपःश्री-तप की आभा या तप * के तेजयुक्त, जितेन्द्रिय थे, शोधि-शुद्ध या अकलुषित हृदय वाले, अनिदान-निदानरहित* अल्पौत्सुक्य-भोगों की उत्सुकता रहित, अबहिःलेश्या-लेश्याओं तथा मनोवृत्तियों को संयम * से बाहर नहीं जाने देते थे। सदा शुभ मनोवृत्ति वाले थे। श्रमण जीवन की शुद्ध आराधना * में संलग्न थे, दान्त-इन्द्रिय, मन आदि का दमन करने वाले थे, वीतराग प्रभु द्वारा * प्रतिपादित प्रवचन-धर्मानुशासन को आगे रखकर उसे ही प्रमाणभूत मानकर विचरण * करते थे।
THE QUALITIES OF STHAVIRS
25. During that period of time numerous sthavir (senior ascetic) disciples (antevasi) of Shraman Bhagavan Mahavir were *-jatisampanna (belonged to high castes), kulasampanna (came from * noble families), balasampanna (rich in physical strength),
roopsampanna (handsome), vinayasampanna (modest), .jnanasampanna (rich in knowledge), darshansampanna (having a profound perception/faith), charitrasampanna (strict adherents of
ascetic-conduct), lajjasampanna (shy of indulging in sinful HD activities) and laghavsampanna (having minimum possessions as * well as passions).
They were brilliant and radiant with power and aura gained through austerities and ascetic-discipline, eloquent, influential and famous. They had conquered their anger, conceit, deceit, greed, senses, sleep and pain of torments. They were free of the desire of life and fear of death.
These Shramans were highly proficient in various fields and * virtues like-self-control and ascetic-discipline; purity of actions
including alms collection; the ten fold ascetic-conduct; subduing of mind and senses; faith in truth and doctrine of karma; simplicity;
modesty; humbleness (having minimum possessions and free of * औपपातिकसूत्र
Aupapatik Sutra
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