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HODAN
तथा मुमुक्षु जनों के लिए आश्रयभूत, जीवनप्रद-आध्यात्मिक जीवन के सहायक, दीपक के
सदृश समस्त वस्तुओं के प्रकाशक अथवा संसार-सागर में भटकते जनों के लिए द्वीप के FO समान आश्रय-स्थान, प्राणियों के लिए आध्यात्मिक उद्बोधन देने वाले शरण, गति एवं O आधारभूत, धर्म चक्रवर्ती-चक्रवर्ती के समान लोक में धर्मचक्र का प्रवर्तन करने वाले,
अप्रतिघात-बाधा या आवरणरहित उत्तम ज्ञान, दर्शन आदि के धारक, व्यावृत्तछमा-अज्ञान ॐ आदि आवरण रूप छद्म से मुक्त, जिन-राग आदि के जेता, ज्ञायक-ज्ञाता अथवा ज्ञापक
राग आदि को जीतने का पथ बताने वाले, तीर्ण-संसार-सागर को पार कर जाने वाले,
तारक-संसार-सागर से पार उतारने वाले, मुक्त-बाहरी और भीतरी ग्रन्थियों से मुक्त a अज्ञान ग्रन्थियों से, मोचक-दूसरों को छुड़ाने वाले, बुद्ध-बोध प्राप्त, बोधक-दूसरों के बोध
ज्ञान देने वाले सर्वज्ञ, सर्वदर्शी, शिव-कल्याणमय, अचल-स्थिर, अरुज-रोगरहित, ो अन्तरहित, क्षयरहित, बाधारहित, अपुनरावर्तक-जहाँ से फिर जन्म-मरण रूप संसार में 2 आगमन नहीं होता, ऐसी सिद्धगति-सिद्धावस्था नामक स्थिति पाने के लिए प्रवृत्त, अर्हत्
तीन लोक में पूजनीय एवं रागादि विजेता, जिन, केवली-केवलज्ञानयुक्त। BHAGAVAN MAHAVIR
16. (a) At that period of time Shraman Bhagavan Mahavir arrived in Champa city. He was the first propounder of the shrut dharma (Jainism) of his time (aaigare or aadikar); the religious ford-maker or founder of the four-fold religious order (Titthagare or Tirthankar); the self-enlightened one (sahasambuddhe or svayamsambuddh); supreme among men (purisuttame or purushottam); a lion among men because of his spiritual valour (purisasihe or purush-simha); unspoiled among men like a white lotus (purisavar. pundariye or purushvar-pundareek); a glorious elephant among men (purisavar-gandhahatthi or purushvar-gandhahasti) (ordinary elephants abandon the area where a bull elephant comes, likewise drought, epidemic and other such misfortunes disappeared from areas where he went]. He dispelled fear (abhayadaye or abhayadayak); gave spiritual vision (chakkhudaye or chakshupradayak); showed the path of liberation in the form of right knowledge, perception and conduct (maggadaye or margapradayak); provided refuge to the seekers of the right path (sarandaye or sharanprad); listed spiritual meaning to life o (jivadaye or jivanprad). Like a lamp/island (divo or deepak dveep),
రాలిగా
STORYHORARYAORAoptAORTAORTAORAORMAOIHAOTAOMION
समवसरण अधिकार
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Samavasaran Adhikar
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