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MESSTRIL
श्रोत्रेन्दिय संयम
6
अमनोज्ञ और कर्ण कटु स्वर
मनोज्ञ और कर्ण प्रिय स्वर
समभाव से स्थिर साधु
12, चक्षुरिन्द्रिय संयम
मनोज्ञ और सुहावने रूप एवं दृश्य
समभाव से स्थिर साधु
3
अमनोज्ञ और अशुभ रूप एवं दृश्य
मनमोहक सुगन्ध
MODISHAD
3. घाणेन्द्रिय संयम
LOCA
जिह्वा प्रिय भोज्य पदार्थ
समभाव से स्थिर साधु 124 रसनेन्द्रिय संयम
सत्वहीन, सड़े गले अरूचिकर भोज्य पदार्थ
300/C
समभावी साधक
उ. स्पर्शनेन्द्रिय संयम
सुखद एवं अनुकूल स्पर्श
34
कठोर एवं
प्रतिकूल स्पर्श ate & Plusonal use only
HTOEDIOTOS
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समभावी साथ
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