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(५०) आश्वास- समस्त प्राणियों के लिए आश्वासन सान्त्वनारूप है। कष्ट में धैर्य बंधाने वाली है। (५१) विश्वास - समस्त जीवों के विश्वास का कारण है।
(५२) अभय-प्राणियों को निर्भयता प्रदान करने वाली तथा आराधक को भी निर्भय बनाने वाली है। (५३) सर्वस्य अमाघात - प्राणिमात्र की हिंसा का निषेध करने वाली अमारी-घोषणा स्वरूप है। (५४) चोक्ष - चोखी, सर्वोत्तम, शुद्ध तथा भली है ।
(५५) पवित्रा - अत्यन्त पावन है तथा वज्र सरीखे घोर पाप के आघात से रक्षा करने वाली है।
(५६) शुचि - भाव की शुद्धता एवं निर्मलता है।
(५७) पूता- पूजा, विशुद्ध या प्रशस्तभाव से देवपूजारूप है।
(५८) विमला - आत्मा की निर्मलता का कारण है।
(५९) प्रभासा - आत्मा को दीप्ति प्रदान करने वाली, प्रकाशमय है।
(६०) निर्मलतरा - अत्यन्त निर्मल अथवा आत्मा को अतीव निर्मल बनाने वाली है।
अहिंसा भगवती के (पूर्वोक्त तथा इसी प्रकार के अन्य) अपने गुणों से निष्पन्न हुए नाम हैं ।
107. Out of the five gateways of Samvar the first one is non-violence. The following are synonyms of non-violence. It is like an island for the entire world consisting of gods, human beings and demon gods as it gives them support. It serves as a lamp providing the light of knowledge. It provides protection or shelter to the people suffering various types of troubles in the world. All the good qualities and happiness are in it. Nonviolence has the following attribute-based synonyms.
(1) Nirvan (Liberation) - It is the cause of salvation (liberation).
(2) Nirvriti — It provides metaphysical and mental health.
(3) Samadhi— It provides equanimity.
(4) Strength (Shakti) - It is the cause of spiritual strength. In some text the word is Santi instead of Satti, which means peace. Since nonviolence finishes all disputes or opposition, it is called ultimate peace.
(5) Kirti (Praise) - Non-violence is the cause of praise or appreciation. (6) Kanti (Glow)-Practitioner of Ahimsa gets physical and spiritual glow.
श्री प्रश्नव्याकरण सूत्र
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Shri Prashna Vyakaran Sutra
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