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some ascetic can go out to seek alms and move around as well. (4) Na 41 nipatita, na parivrajita—some ascetic can neither go out to seek alms
nor move around (due to immature age or being neo-initiate). कृश-अकृश-पद KRISH-AKRISH-PAD (SEGMENT OF WEAK AND NOT WEAK)
५५४. चत्तारि पुरिसजाया पण्णत्ता, तं जहा-णिक्कटे णाममेगे णिक्कटे, णिक्कटे णाममेगे ॥ अणिक्कटे, अणिक्कट्टे णाममेगे णिक्कडे, अणिक्कटे णाममेगे अणिक्कटे।
५५४. पुरुष चार प्रकार के होते हैं-(१) निष्कृष्ट और निष्कृष्ट-कोई पुरुष शरीर से कृश (क्षीण) होता है और कषाय से भी कृश होता है; (२) निष्कृष्ट और अनिष्कृष्ट-कोई शरीर से कृश होता है, किन्तु कषाय से कृश नहीं होता; (३) कोई शरीर से कृश नहीं होता, किन्तु कषाय से कृश होता है; तथा (४) कोई न शरीर से कृश होता है और न कषाय से ही कृश होता है।
554. Purush (men) are of four kinds—(1) Nishkrishta (weak) and nishkrishta (weak)--some man is weak in body and mild in passions as well. (2) Nishkrishta (weak) and anishkrishta (not weak)---some man is weak in body and not mild in passions. (3) Anishkrishta (not weak) and nishkrishta (weak)—some man is not weak in body but mild in passions.
(4) Anishkrishta (weak) and anishkrishta (weak)—some man is neither 5 weak in body nor mild in passions.
५५५. चत्तारि पुरिसजाया पण्णत्ता, तं जहा-णिक्कटे णाममेगे णिक्कटुप्पा, णिक्कट्ठे णाममेगे अणिक्कट्टप्पा, अणिक्कट्टे णाममेगे णिक्कट्टप्पा, अणिक्कटे णाममेगे अणिक्कट्ठप्पा।
५५५. पुरुष चार प्रकार के होते हैं-(१) निष्कृष्ट और निष्कृष्टात्मा-कोई पुरुष शरीर से कृश होता में है और कषायों की मन्दता के कारण निर्मल आत्मा होता है; (२) कोई शरीर से तो कृश होता है, किन्तु * कषायों की प्रबलता से मलिन-आत्मा होता है; (३) कोई शरीर से अकृश (स्थूल) होता है, किन्तु + कषायों के अभाव से निर्मल-आत्मा होता है; तथा (४) कोई शरीर से अकृश (स्थूल) और आत्मा से भी अकृश (अनिर्मल) होता है।
555. Purush (men) are of four kinds-(1) Nishkrishta (weak) and nishkrishtatma (weak)—some man is weak in body and spiritually p due to mild passions. (2) Nishkrishta (weak) and anishkrishtatma (not weak)—some man is weak in body and spiritually impure due to strong passions. (3) Anishkrishta (not weak) and nishkrishtatma (weak)--some man is not weak in body and spiritually pure due to mild passions. (4) Anishkrishta (not weak) and anishkrishtatma (not weak)--some man is not weak in body and spiritually impure due to strong passions.
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चतुर्थ स्थान : चतुर्थ उद्देशक
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Fourth Sthaan : Fourth Lesson
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