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537. Megh (clouds) are of four kinds-(1) Some cloud rains on kshetra ॥ (deserving area; fertile land) and does not rain on akshetra (unsuitable area; sterile land). (2) Some cloud rains on unsuitable area but does not rain on deserving area. (3) Some cloud rains on deserving area as well as unsuitable area. (4) Some cloud neither rains on deserving area nor on unsuitable area.
In the same way purush (men) are of four kinds-(1) Some man rains on deserving area (donates to the deserving) and does not rain on unsuitable area (donate to the undesreving). (2) Some man rains on unsuitable area (donates to non-deserving) but does not rain on 15 deserving area (donate to the right person). (3) Some man rains on deserving area as well as unsuitable area (donates to both). (4) Some man neither rains on deserving area nor on unsuitable area. अम्बा-पितृ-पद AMBA-PITRA-PAD (SEGMENT OF PARENTS)
५३८. चत्तारि मेहा पण्णत्ता, तं जहा-जणइत्ता णाममेगे णो णिम्मवइत्ता, णिम्मवइत्ता णाममेगे णो जणइत्ता, एगे जणइत्तावि णिम्मवइत्तावि, एगे णो जणइत्ता णो णिम्मवइत्ता।
एवामेव चत्तारि अम्मापियरो पण्णत्ता, तं जहा-जणइत्ता णाममेगे णो णिम्मवइत्ता, णिम्मवइत्ता णाममेगे णो जणइत्ता, एगे जणइत्तावि णिम्मवइत्तावि, एगे णो जणइत्तावि णो णिम्मवइत्ता।
५३८. मेघ चार प्रकार के होते हैं (१) कोई मेघ अन्न का जनयिता-जन्म दाता, (अंकुरित करने वाला) होता है, किन्तु निर्मापक-(पकाकर फसल देने वाला) नहीं होता; (२) कोई अन्न की फसल को ॐ पकाता है, किन्तु अंकुरित नहीं करता; (३) कोई अन्न को अंकुरित भी करता है और फसल तैयार भी है
करता है; और (४) कोई न अन्न का जनक होता है और न निर्मापक। म इसी प्रकार माता-पिता भी चार प्रकार के होते हैं-(१) कोई माता-पिता सन्तान के जनयिता-(जन्म + देने वाले) होते हैं, किन्तु निर्मापक (भरण-पोषण अथवा शिक्षण कर उनका जीवन-निर्माण करने वाले)
नहीं होते; (२) कोई सन्तान के निर्मापक होते हैं, किन्तु जनक नहीं होते; (३) कोई सन्तान के जनक भी के होते हैं और निर्मापक भी; तथा (४) कोई न सन्तान के जनक ही होते हैं और न निर्मापक ही।
538. Megh (clouds) are of four kinds—(1) Some cloud is janayita (which causes sprouting) of anna (grain) but not nirmaapak (which causes ripening).. (2) Some cloud is nirmaapak of anna (helps in ripening) but not janayita (helps in sprouting). (3) Some cloud is janayita as well as nirmaapak of grain. (4) Some cloud is neither nirmaapak nor janayita of grain.
In the same way ammapiyaro (parents) are of four kinds-(1) Some parents are janayita (who give birth) of santaan (offspring) but not
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