________________
F
फफफफफफफफफफफ or to harm others. However, a righteous person can turn all these into samyak-shrut or pious literature.
卐
नैपुणिक - सूत्र NAIPUNIK-PAD (SEGMENT OF EXPERT) २८. णव णेउणिया वत्थू पण्णत्ता, तं जहा
फ्र
२८. नैपुणिक वस्तु नौ हैं। (अपने विषय के विशेषज्ञ या गम्भीर ज्ञाता अथवा नौवें अनुप्रवाद पूर्व की नौ वस्तु-अध्ययन का ज्ञाता को यहाँ नैपुणिक कहा है ।)
(१) संख्यान - नैपुणिक - गणित शास्त्र का विशेषज्ञ । (२) निमित्त - नैपुणिक - निमित्त शास्त्र का विशेषज्ञ । (३) काय - - नैपुणिक - शरीर की ईडा, पिंगला आदि नाड़ियों का स्वरोदय शास्त्र का विशेषज्ञ । (४) पुराण - नैपुणिक - प्राचीन इतिहास या प्राचीन साहित्य का विशेषज्ञ । (५) पारिहस्तिक - नैपुणिक - जो जन्म से ही समस्त कार्यों में कुशल हो । (६) परपंडित - अनेक शास्त्रों को जानने वाला । अथवा पंडित मित्रों के संसर्ग में रहने वाला। (७) वादी - रसायन शास्त्रका ज्ञाता अथवा वाद-विवाद करने में कुशल । फ (८) भूतिकर्म - नैपुणिक - भस्म लेप करके और डोरा आदि बाँध कर चिकित्सा करने में (९) चिकित्सा - नैपुणिक - शारीरिक चिकित्सा करने में कुशल ।
कुशल ।
संखाणे णिमित्ते काइए पोराणे पारिहत्थिए । परपंडिते वाई य, भूतिकम्मे तिगिच्छिए ॥१ ॥
28. There are nine naipunik things (here naipunik means a profound 5 scholar or expert of his subject or a scholar of nine chapters of the ninth
卐
subtle_canon_named Anupravad Purva ) —– ( 1 ) Sankhyan-naipunika 卐
卐
卐
scholar of mathematics. (2) Nimitta-naipunik-a scholar of augury, (3) Kaya-naipunik-a scholar of nervous system and Svarodaya Shastra (the special yogic topic related to breathing), (4) Puran-naipunik-a 卐 scholar of history and mythology or ancient scriptures. (5) Paarihastiknaipunik-a prodigy. (6) Parapandit-naipunik-a scholar of many subjects or one who has many scholars as friends. (7) Vaadia scholar of 5 chemistry or an expert debater. (8) Bhootikarma-naipunik-a exponent फ्र of superstitious rituals or a magic healer. (9) Chikitsa-naipunik—a 卐 scholar of medicine and surgery or an accomplished doctor.
卐
गण-पद GANA-PAD (SEGMENT OF GROUP OF ASCETICS)
२९. समणस्स णं भगवतो महावीरस्स णव गणा हुत्था, तं जहा - गोदासगणे, उत्तर - बलिस्सहगणे, उद्देहगणे, चारणगणे, उद्दवाइयगणे, विस्सवाइयगणे, कामड्डियगणए, माणवगणे, कोडियगणे ।
नवम स्थान
Jain Education International
(429)
For Private & Personal Use Only
Ninth Sthaan
ब
www.jainelibrary.org