________________
))
)))))
))))
卐卐5555555555)))))))))))))
555555555555555555555%%%%%%%%%%%%%%%
१०७. सनत्कुमार और माहेन्द्र कल्प के विमान छह सौ योजन उत्कृष्ट ऊँचाई वाले हैं।
107. The maximum height of vimaans (celestial vehicles) in Sanatkumar and Mahendra kalps is six hundred Yojans. देव-पद DEVA-PAD (SEGMENT OF GODS)
१०८. सणंकुमार-माहिदेसु णं कप्पेसु देवाणं भवधारणिज्जगा सरीरगा उक्कोसेणं छ रयणीओ उडं उच्चत्तेणं पण्णत्ता।
१०८. सनत्कुमार और माहेन्द्रकल्प के देवों के भवधारणीय शरीर ऊँचाई में छह रत्निप्रमाण है।
108. The bhavadharaniya sharira (incarnation sustaining bodies) of gods in Sanatkumar and Mahendra kalps is six Ratni tall. भोजन परिणाम-पद BHOJAN PARINAM-PAD (SEGMENT OF BENEFITS OF FOOD)
१०९. छबिहे भोयणपरिणामे पण्णत्ते, तं जहा-मणुण्णे, रसिए, पीणणिज्जे, बिंहणिज्जे, मयणिज्जे, दप्पणिज्जे।
१०९. भोजन का परिणाम-(परिपाक) छह प्रकार का होता है-(१) मनोज्ञ-मन में आनन्द उत्पन्न करने वाला। (२) रसिक-विविधरसयुक्त व्यंजन वाला। (३) प्रीणनीय-रस रक्तादि धातुओं में समता ऊ लाने वाला। (४) बृंहणीय-रस, मांसादि, धातुओं को बढ़ाने वाला। (५) मदनीय-कामशक्ति को बढ़ाने के
वाला। (६) दर्पणीय-शरीर का पोषण करने वाला, उत्साहवर्धक। ॐ 109. There are six bhojan parinam (benefits of food)—(1) Manojna
infusing joy in mind. (2) Rasik-providing a variety of tastes and flavours. (3) Preenaniya-creating balance in blood and other body fluids. (4) Vrimhaniya—nourishing fluids, flesh and other body
components. (5) Madaniya-acting as aphrodisiac. (6) Darpaniya$i providing nutrition to the body; invigourating. ॐ विषपरिणाम-पद VISH-PARINAM-PAD (SEGMENT OF EFFECTS OF POISON)
११०. छब्बिहे विसपरिणामे पण्णत्ते, तं जहा-डक्के, भुत्ते, णिवतिते, मंसाणुसारी, म सोणिताणुसारी, अट्ठिमिंजाणुसारी।
११०. विष का परिणाम या विपाक छह प्रकार का होता है-(१) दष्ट-किसी विषैले जीव द्वारा काटे जाने पर प्रभाव डालने वाला। (२) भुक्त-खाये जाने पर प्रभाव डालने वाला। (३) निपतित-शरीर
के बाहिरी भाग (चमड़ी या दृष्टि) से स्पर्श होने पर प्रभाव डालने वाला। (४) माँसानुसारी-माँस तक की 5 धातुओं को प्रभावित करने वाला। (५) शोणितानुसारी-रक्त तक की धातुओं को प्रभावित करने वाला।
(६) अस्थि-मज्जानुसारी-हड्डी और हड्डियों के रस तक की धातुओं पर प्रभाव डालने वाला।
555555555555555555555555)))))))))))))))
स्थानांगसूत्र (२)
(264)
Sthaananga Sutra (2)
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org