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भद्दो मज्जइ सरए, मंदो उण मज्जते वसंतंमि।
मिउ मज्जति हेमंते, संकिण्णो सव्वकालंमि॥५॥
(१) जिसकी आँखें शहद की गोली के समान भूरे रंग की हों, जो उचित काल-मर्यादा से उत्पन्न 5 ॐ हुआ हो, जिसकी पूँछ लम्बी हो, जिसका अग्र भाग उन्नत हो, जो धीर हो, जिसके सब अंग प्रमाण और लक्षणयुक्त हों, वह भद्र जाति का हाथी है।
(२) जिसकी चमड़ी शिथिल, शरीर स्थूल और विषम (रेखाओं से युक्त) हो, जिसका शिर और पूँछ का मूल भाग स्थूल हो, जिसके नख, दन्त और केश मोटे हों, जिसके नेत्र सिंह के समान भूरे रंग के हों, वह मन्द जाति का हाथी है।
(३) जिसका शरीर पतला हो, कण्ठ, चमड़ी, नख, दन्त और केश भी पतले हों, जो स्वभाव से डरपोक, जल्दी थकता और उद्विग्न होता हो तथा दूसरों को कष्ट देता हो, वह मृग जाति का हाथी है।।
(४) ऊपर कहे हुए तीनों जाति के हाथियों के कुछ-कुछ लक्षणों का जिसमें मिश्रण हो, रूप से और शील (स्वभाव) से जो उनका अनुकरण करता हो, अर्थात् जिसमें भद्र, मन्द और मृग जाति के हाथी की ॐ कुछ-कुछ समानता पाई जाती है, वह संकीर्ण जाति का हाथी कहलाता है।
(५) भद्र हाथी शरद् ऋतु में मदयुक्त होता है। मद झरता है। मन्द हाथी वसन्त ऋतु में मदयुक्त होता 卐 है। मृग हाथी हेमन्त ऋतु में मदयुक्त होता है और संकीर्ण हाथी सभी ऋतुओं में मदयुक्त रहता है। भद्र 卐
जाति का हाथी अपने प्रतिद्वंद्वी का सामना दाँतों से करता है-मंद शुंडा दंड से, मृग जाति का शरीर से , 卐या ओठों से तथा संकीर्ण जाति का समस्त अंगों से प्रहार करता है।
(1) An elephant of bhadra breed is that whose eyes are brown like honey drop, which is born at proper time after proper gestation period, whose tail is long, whose front is raised, which is serene and whose every part is in right proportion and having good signs.
(2) An elephant of mand breed is that whose skin is loose, whose body is flabby and disproportioned, whose head and base of tail are fat, whose nail, tusks and hair are thick and whose eyes are brown like a lion.
(3) An elephant of mrig breed is that whose body and neck are slender, whose skin, nails, tusks and hair are thin, which is coward
by nature, who feels tired and gets disturbed soon and who inflicts pain 卐 on others.
(4) An elephant of sankirna breed is that which has a mixture of some attributes of each of the aforesaid breeds of elephants, which resembles them in appearance and nature. In other words that which has some resemblance with each of the said breeds, namely bhadra, mand and mrig.
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स्थानांगसूत्र (१)
(422)
Sthaananga Sutra (1)
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