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346. For three reasons some part of the earth trembles
(1) In the lower part of this Ratnaprabha Prithvi when naturally transformed gross aggregates of matter collide together, this collision
makes some part of earth tremble. (2) When Mahesh, a highly prosperous, radiant, powerful and proud Vyantar Dev (interstitial god) of Mahorag class, moves up and down under the Ratnaprabha Prithvi, this movement makes some part of earth tremble. (3) When Abode dwelling gods of Naag Kumar and. Suparna Kumar classes join in battle, some part of earth trembles. __३४७. तिहिं ठाणेहिं केवलकप्पा पुढवी चलेज्जा, तं जहा
(१) अधे णं इमीसे रयणप्पभाए पुढवीए घणवाते गुप्पेज्जा। तए णं से घणवाते गुविते समाणे 3 घणोदहिमेएज्जा। तए णं से घणोदही एइए समाणे केवलकप्पं पुढविं चालेजा।
(२) देवे वा महिड्डिए जाव महेसक्खे तहारुवस्स समणस्स माहणस्स वा इडि जुतिं जसं बलं वीरियं पुरिसक्कार-परक्कम उवदंसेमाणे केवलकप्पं पुढविं चालेजा।
(३) देवासुरसंगामंसि वा वट्टमाणंसि केवलकप्पा पुढवी चलेजा। इच्चेतेहिं तिहिं ठाणेहिं केवलकप्पा पुढवी चलेजा। ३४७. तीन कारणों से केवल-कल्पा (सम्पूर्ण या प्रायः सम्पूर्ण) पृथ्वी चलित होती है
(१) इस रत्नप्रभा पृथ्वी के निचले भाग में घनवात क्षुब्ध होता है। वह घनवात क्षुब्ध होता हुआ घनोदधिवात को क्षोभित करता है। तत्पश्चात् वह घनोदधिवात क्षोभित होता हुआ समूची पृथ्वी को चलायमान कर देता है।
(२) कोई महर्धिक, महाद्युति, महाबल तथा महानुभाव महेश नामक देव तथारूप श्रमण माहन को अपनी ऋद्धि, द्युति, यश, बल, वीर्य, पुरुषकार और पराक्रम दिखाता हुआ सम्पूर्ण पृथ्वी को चलायमान कर देता है।
___ (३) देवों और असुरों के परस्पर संग्राम होने पर सम्पूर्ण पृथ्वी चलित हो जाती है। इन तीन कारणों में 卐 से सारी पृथ्वी चलित होती है।
347. For three reasons the whole (keval-kalpa) earth trembles
(1) In the lower part of this Ratnaprabha Prithvi ghanavaat (dense air) gets agitated. This agitated ghanavaat in turn agitates ghanodadhi (dense water). Then this agitated ghanodadhi makes the whole earth tremble.
(2) When Mahesh, a highly prosperous, radiant, powerful and proud Vyantar Dev (interstitial god) of Mahorag class, makes the whole earth
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| स्थानांगसूत्र (१)
(288)
Sthaananga Sutra (1)
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