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133. There are three seas with udak ras (water like taste ) — (1) Kaalod, (2) Pushkarod, and (3) Svayambhuraman Samudra. 134. There are three seas widely infested with a large number of fish, 5 turtles and other aquatic beings-(1) Kaalod, (2) Pushkarod, and (3) Svayambhuraman Samudra (other seas have fewer aquatic beings).
१३५. तओ लोगे णिस्सीला णिव्वता णिग्गुणा णिम्मेरा णिप्पच्चक्खाणपोसहोववासा कालमासे कालं किच्चा असत्तमाए पुढवीए अप्पतिट्ठाणे णरए णेरइयत्ताए उववज्जंति, तं जहा - रायाणो, मंडलीया, जेय महारंभा कोडुंबी ।
१३६. तओ लोगे सुसीला सुब्वया सग्गुणा समेरा सपच्चक्खाणपोसहोववासा कालमासे कालं किच्चा सव्वट्टसिद्धे विमाणे देवत्ताए उववत्तारो भवंति तं जहा - रायाणो परिचत्तकामभोगा, सेणावती, पसत्थारो ।
१३५. लोक में ये तीन पुरुष- यदि शीलरहित, व्रतरहित, निर्गुणी, मर्यादाहीन, प्रत्याख्यान और पौषधोपवास से रहित होते हैं तो मृत्यु के समय काल करके नीचे सातवीं पृथ्वी के अप्रतिष्ठान नारकवास में नैरयिक के रूप से उत्पन्न होते हैं - ( १ ) राजा - (चक्रवर्ती और वासुदेव), (२) माण्डलिक राजा, और (३) महारम्भी गृहस्थ जन ।
१३६. लोक में ये तीन पुरुष जो सुशील, सुव्रती, सद्गुणी, मर्यादा वाले, प्रत्याख्यान और पौषधोपवास करने वाले हों, तो वे मृत्यु के समय में मृत्यु प्राप्त करके सर्वार्थसिद्ध नामक अनुत्तर विमान में देवता के रूप से उत्पन्न होते हैं - (१) काम-भोगों को त्यागने वाले राजा जन, (२) सेनापति, और (३) प्रशास्ता जन- (प्रशासक मंत्री आदि या धर्मशास्त्र पाठक, प्राध्यापक आचार्य आदि) ।
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135. In Lok (universe) if three kinds of men are devoid of sheel (chaste disposition), vows, noble qualities, discipline, pratyakhyan फ्र (perfect abstainment) and paushadhopavas (partial ascetic vow and fasting), at the time of death they depart and are reborn as infernal beings in the Apratishthan section of dwellings in the seventh hell towards Nadir - ( 1 ) Raja (Chakravarti and Vasudev), (2) Mandalik Raja 5 (regional kings), and (3) highly sinful householders.
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136. In Lok (universe) if three kinds of men are endowed with sheel (chaste disposition), vows, noble qualities, discipline, pratyakhyan फ्र (perfect abstainment) and paushadhopavas (partial ascetic vow and fasting), at the time of death they depart and are reborn as divine beings in the Sarvarth Siddha Anuttar Vimaan (the highest heaven or divine dimension)—(1) kings who renounce mundane pleasures, ( 2 ) commanders, and (3) noble persons (ministers, religious leaders, teachers etc.).
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तृतीय स्थान
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Third Sthaan
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