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5 ७९. [ प्र. १ ] भगवन् ! ज्ञानलब्धि वाले जीव ज्ञानी हैं या अज्ञानी ?
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[ उ. ] गौतम ! वे ज्ञानी हैं, अज्ञानी नहीं। उनमें से कितने ही दो ज्ञान वाले होते हैं। इस प्रकार उनमें पाँच ज्ञान भजना (विकल्प) से पाये जाते हैं ।
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[प्र. २ ] भगवन् ! ज्ञानलब्धिरहित (अज्ञानलब्धि वाले) जीव ज्ञानी हैं या अज्ञानी ?
[उ. ] गौतम ! वे ज्ञानी नहीं, अज्ञानी हैं। उनमें से कितने ही जीव दो अज्ञान वाले (और कितने ही
तीन अज्ञान वाले) होते हैं। इस प्रकार उनमें तीन अज्ञान भजना से पाये जाते हैं ।
79. [Q. 1] Bhante ! Are jnana - labdhi jivas (living beings having 5 attained the ability of knowledge) jnani or ajnani?
[Ans.] Gautam ! They are jnani (endowed with right knowledge) not
ajnani (ignorant or with wrong knowledge). Many of them are with two
jnanas (or more). Thus they have different alternative combinations of five jnanas.
[Q. 2] Bhante ! Are jivas without jnana-labdhi (living beings not having attained the ability of knowledge) jnani or ajnani?
[Ans.] Gautam ! They are not jnani but ajnani. Many of them are with two ajnanas (or more). Thus they have different alternative combinations of three ajnanas.
८०. [ प्र. १ ] भगवन् ! आभिनिबोधिकज्ञानलब्धि वाले जीव ज्ञानी हैं या अज्ञानी हैं ?
[ उ. ] गौतम ! वे ज्ञानी हैं, अज्ञानी नहीं। उनमें से कितने ही जीव दो ज्ञान वाले, कितने ही तीन ज्ञान वाले और कितने ही चार ज्ञान वाले होते हैं। इस तरह उनमें चार ज्ञान भजना से पाये जाते हैं । F [प्र. २ ] भगवन् ! आभिनिबोधिकज्ञानलब्धिरहित जीव ज्ञानी हैं या अज्ञानी हैं ?
[उ. ] गौतम ! वे ज्ञानी भी हैं और अज्ञानी भी । जो ज्ञानी हैं, वे नियमतः एक मात्र केवलज्ञान वाले हैं और जो अज्ञानी हैं, वे कितने ही दो अज्ञान वाले एवं कितने ही तीन अज्ञान वाले हैं । अर्थात् उनमें तीन अज्ञान भजना से पाये जाते हैं।
८०. [१] आभिणिबोहियणाणलद्धिया णं भंते ! जीवा किं नाणी, अण्णाणी ?
[उ. ] गोयमा ! नाणी, नो अण्णाणी; अत्थेगइया दुणाणी, चत्तारि नाणाइं भयणाए ।
[प्र. २] तस्स अलद्धिया णं भंते! जीवा किं नाणी अण्णाणी ?
[ उ. ] गोयमा ! नाणी वि, अण्णाणी वि । जे नाणी ते नियमा एगनाणी - केवलनाणी । जे अण्णाणी ते अत्थेगइया दुअन्नाणी, तिण्णि अण्णाणाई भयणाए ।
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80. [Q.1] Bhante ! Are abhinibodhik jnana-labdhi jivas (living beings having attained the ability of sensual knowledge) jnani or ajnani?
अष्टम शतक: द्वितीय उद्देशक
Eighth Shatak: Second Lesson
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