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[ उ. ] गोयमा ! सिय दव्वं, सिय दव्वदेसे, नो दव्वाइं, नो दव्वदेसा नो दव्वं च दव्वदेसे य, जाव नो दव्वाइं च दव्वदेसा य ।
२३. [ प्र. ] भगवन् ! पुद्गलास्तिकाय का एक प्रदेश (१) द्रव्य है, (२) द्रव्य - देश है, (३) बहुत द्रव्य हैं, अथवा (४) बहुत द्रव्य - देश हैं ? अथवा (५) एक द्रव्य और एक द्रव्य-देश है, या (६) एक द्रव्य और बहुत द्रव्य - देश हैं, अथवा (७) बहुत द्रव्य और एक द्रव्य - देश है, या (८) बहुत द्रव्य और बहुत द्रव्य - देश हैं ?
[ उ. ] गौतम ! वह कथंचित् एक द्रव्य है, कथंचित् एक द्रव्य - देश है, किन्तु वह बहुत द्रव्य नहीं, न बहुत द्रव्य - देश है, एक द्रव्य और एक द्रव्य-देश भी नहीं, यावत् बहुत द्रव्य और बहुत द्रव्य-देश 5 भी नहीं ।
23. [Q.] Bhante ! Is one space-point (or ultimate particle) of matter comprised of-(1) one dravya (entity or element), (2) one dravya-desh ( part of an element ), ( 3 ) many elements, (4) many parts of elements, (5) one element and one element-part, (6) one element and many elementparts, (7) many elements and one element-part, or (8) many elements and many element-parts.
[Ans.] Gautam ! It could be one dravya ( entity or element ), it could also be one dravya-desh (element-part), but it can never be many elements, or many element-parts, or one element and one element-part ... and so on up to... many elements and many element-parts.
२४. [ प्र. ] दो भंते ! पोग्गलत्थिकायपएसा किं दव्यं दव्वदेसे ० पुच्छा तहेव ?
[उ. ] गोयमा ! सिय दव्यं १, सिय दव्वदेसे २, सिय दव्बाई ३, सिय दव्वदेसा ४, सिय दव्वं च दव्वदेसे य ५, नो दव्वं च दव्वदेसा य ६, सेसा पडिसेहेयव्वा ।
२४. [ प्र. ] भगवन् ! पुद्गलास्तिकाय के दो प्रदेश क्या एक द्रव्य हैं, अथवा एक द्रव्य-देश हैं ? इत्यादि (पूर्वोक्त अष्टविकल्पात्मक) प्रश्न |
[ उ. ] गौतम ! १. कथंचित् द्रव्य हैं, २. कथंचित् द्रव्य - देश हैं, ३. कथंचित् बहुत द्रव्य हैं, ४. कथंचित् बहुत द्रव्य - देश हैं, और ५. कथंचित् एक द्रव्य और एक द्रव्य देश हैं; परन्तु ६. एक द्रव्य और बहुत द्रव्य - देश नहीं, ७. बहुत द्रव्य और एक द्रव्य देश नहीं, तथा ८. बहुत द्रव्य और बहुत द्रव्य - देश नहीं हैं । (अर्थात् - प्रथम के ५ भंगों के अतिरिक्त शेष भंगों का निषेध करना चाहिए ।)
24. [Q.] Bhante ! Are two space-points (or ultimate particles) of matter comprised of-one dravya (entity or element) or one dravya-desh (element-part) or all alternatives as aforesaid ?
[Ans.] Gautam ! (1) It could be one dravya (entity or element), (2) it could be one dravya-desh (element-par), (3) it could be many elements,
भगवती सूत्र (३)
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Bhagavati Sutra (3) 卐 卐
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