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[Q. 2] Bhante ! Why is it said that suffering (vedana) cannot be called shedding (nirjara) and shedding (nirjara) cannot be called suffering (vedana)?
[Ans.] Gautam ! (What causes) suffering (vedana) is karma (potent karma particles) and (what is) shed (nirjara) is no-karma (spent karma particles). That is why it is said that... and so on up to... shedding (niriara) cannot be called suffering (vedana).
११.[प्र. १ ] नेरइयाणं भंते : ना वेयणा सा निज्जरा ? जा निजरा सा वेदणा? [उ.] गोयमा ! णो इणढे समढे।
[प्र. २ ] से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चति नेरइयाणं जा वेयणा न सा निज्जरा, जा निज्जरा न सा वेयणा?
[उ. ] गोयमा ! नेरइयाणं कम्मं वेयणा, णोकम्मं निजरा। से तेणटेणं गोयमा ! जाव न सा वेयणा। १२. एवं जाव वेमाणियाणं।
११. [प्र. १ ] भगवन् ! क्या नैरयिकों की जो वेदना है, उसे निर्जरा कहा जा सकता है और जो निर्जरा है, उसे वेदना कहा जा सकता है?
[उ. ] गौतम ! यह अर्थ उपयुक्त नहीं है।
[प्र. २ ] भगवन् ! ऐसा आप किस कारण से कहते हैं कि नैरयिकों की जो वेदना है, उसे निर्जरा नहीं कहा जा सकता और जो निर्जरा है, उसे वेदना नहीं कहा जा सकता?
[उ.] गौतम ! नैरयिकों की जो वेदना है, वह कर्म है और जो निर्जरा है, वह नोकर्म है। इस कारण से, हे गौतम ! मैं ऐसा कहता हूँ कि यावत् जो निर्जरा है, उसे वेदना नहीं कहा जा सकता।
१२. इसी प्रकार यावत् वैमानिक पर्यन्त (चौबीस ही दण्डकों में) कहना चाहिए। ___11. [Q. 1] Bhante ! Can the suffering (vedana) of infernal beings be called shedding (nirjara) and can shedding (nirjara) by them be called suffering (vedana)?
(Ans.] Gautam ! That is not correct.
[Q. 2] Bhante ! Why is it said that suffering (vedana) of infernal beings cannot be called shedding (nirjara) and shedding (nirjara) by 41 them cannot be called suffering (vedana)?
[Ans.] Gautam ! (What causes) suffering (vedana) to infernal beings is karma (potent karma particles) and (what is) shed (nirjara) by them is no-karma (spent karma particles). That is why it is said that... and so on up to... shedding (nirjara) cannot be called suffering (vedana).
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| भगवती सूत्र (२)
(376)
Bhagavati Sutra (2)
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