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__३. [प्र. ] से नूणं भंते ! मूला मूलजीवफुडा, कंदा कंदजीवफुडा जाव बीया बीयजीवफुडा ? __ [उ. ] हंता, गोयमा ! मूला मूलजीवफुडा जाव बीया बीयजीवफुडा।
३. [प्र.] भगवन् ! क्या वनस्पतिकाय के मूल, निश्चय ही मूल जीवों से स्पृष्ट (व्याप्त) होते हैं, 5 कन्द-कन्द के जीवों से स्पृष्ट होते हैं, यावत् बीज, बीज के जीवों से स्पृष्ट होते हैं ? ___ [उ.] हाँ, गौतम ! मूल, मूल के जीवों से स्पृष्ट होते हैं, यावत् बीज, बीज के जीवों से स्पृष्ट होते हैं।
3. [Q.] Bhante ! Are the roots (mool) of plant-bodied beings essentially touched (pervaded) by living organism (souls) of the root-class (mool
jivas), trunk (kand) by kand-jivas (living organism of the trunk-class)... + and so on up to... seed (beej) by beej-jivas ?
__[Ans.] Yes, Gautam ! Roots (mool) are touched (pervaded) by living
organism (souls) of the root-class (mool-jivas)... and so on up to... seed 41 (beej) by beej-jivas.
४. [प्र. ] जइ णं भंते ! मूला मूलजीवफुडा जाव बीया बीयजीवफुडा, कम्हा णं भंते। वणस्सइकाइया आहारेंति ? कम्हा परिणामेंति ?
[उ. ] गोयमा ! मूल मूलजीवफुडा पुढविजीवपडिबद्धा तम्हा आहारेंति, तम्हा परिणामेंति। कंदा कंदजीवफुडा मूलजीवपडिबद्धा तम्हा आहारेंति, तम्हा परिणामेंति। एवं जाव बीया बीयजीवफुडा फलजीवपडिबद्धा तम्हा आहारेंति, तम्हा परिणामेंति।
४. [प्र. ] भगवन् ! यदि मूल, मूल जीवों से स्पृष्ट होते हैं, यावत् बीज, बीज के जीवों से स्पृष्ट होते ॐ हैं, तो फिर, भगवन् ! वनस्पतिकायिक जीव किस प्रकार से (कैसे) आहार करते हैं, और किस तरह से म उसे परिणमाते हैं ? ॐ . [उ. ] गौतम ! मूल, मूल के जीवों से व्याप्त (स्पृष्ट) हैं और वे पृथ्वी के जीव के साथ सम्बद्ध म (संयुक्त-जुड़े हुए) होते हैं, इस तरह से वनस्पतिकायिक जीव आहार करते हैं, और उसे परिणमाते हैं।
इसी प्रकार कन्द, कन्द के जीवों के साथ स्पृष्ट ( व्याप्त) होते हैं और मूल के जीवों से सम्बद्ध (जुड़े हुए) के रहते हैं; इस प्रकार यावत् बीज, बीज के जीवों से व्याप्त (स्पृष्ट) होते हैं, और वे फल के जीवों के साथ फ़
सम्बद्ध रहते हैं; इस प्रकार वे आहार करते और उसे परिणमाते हैं। 5 4. [Q.] Bhante ! If roots (mool) are touched (pervaded) by living :
organism (souls) of the root-class (mool-jivas)... and so on up to... seed (beej) by beej-jivas, then, Bhante ! How do plant-bodied beings take in
and digest nutrients ? 441 [Ans.] Gautam ! Roots (mool) are touched (pervaded) by living 4
organism (souls) of the root-class (mool-jivas) and they, in turn, are linked with living organism (souls) of earth; that is how plant-bodied
| भगवती सूत्र (२)
(370)
Bhagavati Sutra (2)
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