________________
E
)))))555
8555555555555555555555555555555555555 ॐ [उ.] गोयमा ! गिम्हासु णं बहवे उसिणजोणिया जीवा य पुग्गला य वणस्सइकाइयत्ताए वक्कमंति
विउक्कमति चयंति उववजंति, एवं खलु गोयमा ! गिम्हासु बहवे वणस्सइकाइया पत्तिया पुफिया जाव . ॐ चिटुंति।
२. [प्र. ] भगवन् ! यदि ग्रीष्म ऋतु में वनस्पतिकायिक जीव सर्वाल्पाहारी होते हैं, तो बहुत से वनस्पतिकायिक ग्रीष्म ऋतु में पत्तों वाले, फूलों वाले, फलों वाले, हरियाली से देदीप्यमान (हरे-भरे) + एवं श्री (शोभा) से अतीव सुशोभित कैसे होते हैं ?
[उ. ] गौतम ! ग्रीष्म ऋतु में बहुत से उष्ण योनि वाले जीव और पुद्गल वनस्पतिकाय के रूप में + उत्पन्न हो जाते हैं, विशेष रूप से उत्पन्न होते हैं, वृद्धि को प्राप्त होते हैं, और विशेष रूप से वृद्धि को प्राप्त
होते हैं। इस कारण से हे गौतम ! ग्रीष्म ऋतु में बहुत से वनस्पतिकायिक पत्तों वाले, फूलों वाले, फलों वाले यावत् सुशोभित होते हैं।
2. (Q.) Bhante ! If plant-bodied beings have minimum intake in the summer season then how is it that in summer many plant-bodied beings are loaded with leaves, flowers, fruits, and appear lush green and extremely beautiful ?
(Ans.] Gautam ! In summer many heat-thriving (ushna-yoni) beings fi and matter particles are commonly and specially born and they grow as
plant-bodied beings. That is why, Gautam ! In summer many plantbodied beings are loaded with leaves, flowers, fruits... and so on up to... appear beautiful.
विवेचन : छह ऋतुओं में से प्रावृट् और वर्षा ऋतु, इन दो ऋतुओं में वनस्पतिकायिक जीव सर्वाधिक # आहारी होते हैं, क्योंकि इन ऋतुओं में वर्षा अधिक होती है, जलस्नेह की अधिकता के कारण वनस्पति को । अधिक आहार मिलता है। अन्य ऋतुओं में क्रमशः जल की अल्पता के कारण आहार भी अल्प मिलता है।
ग्रीष्म ऋतु में सर्वाल्पाहारी होते हुए भी वनस्पतियाँ हरी-भरी क्यों रहती हैं ? क्योंकि ग्रीष्म ऋतु में जो वनस्पतियाँ पत्र, पुष्प, फलों से युक्त हरी-भरी दिखाई देती हैं, इसका कारण उस समय उष्णयोनिक जीवों और पुद्गलों के उत्पन्न होने, बढ़ने आदि का सिलसिला चालू हो जाना है। (वृत्ति, पत्रांक ३००)
Elaboration Of the six seasons, plant-bodied beings have maximum nutrient intake during the pre-monsoon and monsoon seasons. This is because of availability of water, the nutrient carrier, in abundance due to rains. In other seasons there is a gradual decline of intake due to
reduced supply of water. ! In summer although there is least intake of nutrients, why the plants
are green ? The reason for plants appearing lush green and loaded with leaves, flowers and fruits is that with the advent of summer the sprouting and growing of heat thriving organism and matter begins. (Vritti, leaf 300)
1"गगगगगगगगगगाभ
सप्तम शतक : तृतीय उद्देशक
(369)
Seventh Shatak : Third Lesson
195555555555555555
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org