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________________ त्रसनाड़ी विग्रह गति और लोक संस्थान सिद्ध शिला २६ देव विमान पंच अनुत्तर विमान नव ग्रेवेयक विमान ५ रज्जु प्रमाण जीव की गति का समय १ एक समय : ऋजगति २ दो समय, एक मोड़ 3 तीन समय, दो मोड़ ४ चार समय, तीन मोड़ ५ पाँच समय, चार मोड़ विमान 12 कल्प में ऊर्ध्व लोक ऊर्ध्व मृदंग आकृति ज्योतिष मंडल ग्रंथानुसार जीव की विग्रह गति झालर आकृति में मध्य लोक मनुष्य क्षेत्र १ रज्जु प्रमाण रत्नप्रभा -नरक १ ल १. घनोदधिवलय २. घनवातवलय ३. तनवातवलय शर्करा प्रमा -नरक २ वालुका प्रभा । -नरक ३ जीव की गति का समय १ एक समय : ऋजुगति २ दो समय, एक मोड ३ तीन समय, दो मोड़ ४ चार समय, तीन मोड़ पंक प्रभा उल्टे सिकोरे की आकृति में अधोलोक (-नरक४ धूम प्रभा -नरक ५ तमः प्रभा -नरक६ तमस्तमः प्रमा -नरक ७ सात रज्जु प्रमाण आकाश १ अलोक ६७ अलोक सूत्रानुसार जीव की विग्रह गति त्रसनाड़ी अधोलोक Jalin Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.002903
Book TitleAgam 05 Ang 05 Bhagvati Vyakhyaprajnapti Sutra Part 02 Sthanakvasi
Original Sutra AuthorN/A
AuthorAmarmuni, Shreechand Surana
PublisherPadma Prakashan
Publication Year2006
Total Pages654
LanguageHindi, English
ClassificationBook_Devnagari, Book_English, Agam, Canon, Conduct, & agam_bhagwati
File Size20 MB
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