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[उ. ] गोयमा ! पुढविपरिणामाओ, नो आउपरिणामाओ, जीवपरिणामाओ वि, पुग्गलपरिणामाओ
वि।
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३०. [प्र. ] भगवन् ! क्या कृष्णराजियाँ पृथ्वी के परिणामरूप हैं, जल के परिणामरूप हैं, या जीव के परिणामरूप हैं, अथवा पुद्गलों के परिणामरूप हैं ?
[उ. ] गौतम ! कृष्णराजियाँ पृथ्वी के परिणामरूप हैं, किन्तु जल के परिणामरूप नहीं हैं, वे जीव के परिणामरूप भी हैं और पुद्गलों के परिणामरूप भी हैं।
30. (Q.) Bhante ! Are krishna-rajis derivatives of earth, derivatives of water, derivatives of jiva (life force or soul) or derivatives of matter?
[Ans.] Gautam ! Krishna-rajis are derivatives of earth and not derivatives of water, but are derivatives of jiva (life force or soul) as well as derivatives of matter.
३१. [प्र. ] कण्हराईसु णं भंते ! सब्वे पाणा भूया जीवा सत्ता उववन्नपुव्वा ?
[उ.] हंता, गोयमा ! असई अदुवा अणंतखुत्तो, नो चेव णं बादरआउकाइयत्ताए, बादरअगणिकाइयत्ताइ, बादरवणस्सइकाइयत्ताए वा।
३१. [प्र. ] भगवन् ! क्या कृष्णराजियों में सभी प्राण, भूत, जीव और सत्त्व पहले उत्पन्न हो
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चुके हैं ?
ॐ [उ. ] हाँ, गौतम ! सभी प्राण, भूत, जीव और सत्त्व कृष्णराजियों में अनेक बार अथवा अनन्त
बार उत्पन्न हो चुके हैं, किन्तु बादर अप्काय रूप से, बादर अग्निकाय रूप से और बादर वनस्पतिकाय ॐ रूप से उत्पन्न नहीं हुए हैं।
31. (Q.) Bhante ! Have all beings (praan), organisms (bhoot), souls (jiva), and entities (sattva) been born earlier in krishna-rajis?
(Ans.] Yes, Gautam ! All these have been born many times or infinite times but never in the form of gross water-bodies, gross fire-bodies or gross plant-bodies.
विवेचन : आठ नामों की व्याख्या-कृष्णराजि = काले वर्ण की पृथ्वी और पुद्गलों के परिणामरूप होने से काले पुद्गलों की राजि = रेखा। मेघराजि = काले मेघ की रेखा के सदृश। मघा = छठी नरक के समान अन्धकार वाली। माघक्ती = सातवीं नरक के समान गाढान्धकार वाली। वातपरिघा = आँधी के समान अन्धकार वाली और दर्लंघ्य। वातपरिक्षोभा = आँधी के समान अन्धकार वाली और क्षोभजनक। देवपरिघा -- दे दुर्लध्य खाई के सदृश। देवपरिक्षोभा = देवों को क्षुब्ध करने वाली।
Elaboration-The eight names-Krishna-rajisrow of black matter particles derived from black earth matter. Megh-raji = resembling a row of black clouds. Maghaa = dark like the sixth hell named Maghaa.
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Bhagarati Sutra (2)
| भगवती सूत्र (२) By5
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