________________
२७. [प्र. ] भगवन् ! क्या कृष्णराजियों में चन्द्र की कान्ति या सूर्य की कान्ति (आभा) है? [उ. ] गौतम ! यह अर्थ समर्थ नहीं है।
26. (Q.) Do krishna-rajis have formations like moon, sun, planets, constellations and stars ?
[Ans.] Gautam ! It is not so. 27. (Q.) Bhante ! Do krishna-rajis have glow like the moon or the
sun ?
[Ans.] Gautam ! It is not so. २८. [ प्र. ] कण्हराईओ णं भंते केरिसियाओ वण्णेणं पन्नत्ताओ? [उ. ] गोयमा ! कालाओ जाव खिप्पामेव वीईवएज्जा। २८. [प्र. ] भगवन् ! कृष्णराजियों का वर्ण कैसा है ?
[उ. ] गौतम ! कृष्णराजियों का वर्ण काला है, यह काली कान्ति वाली है, यावत् परम कृष्ण 卐 (एकदम काला) है। तमस्काय की तरह अतीव भयंकर होने से इसे देखते ही देव क्षुब्ध हो जाता है;
यावत् अगर कोई देव (साहस करके इनमें प्रविष्ट हो जाये, तो भी वह) शीघ्र गति से झटपट इसे पार 卐 कर जाता है।
28. (Q.) Bhante ! What is the appearance (colour) of krishna-rajis? 卐 [Ans.] Gautam ! In appearance krishna-rajis are black... and so on up
to... deep black. They are as horrifying as Tamaskaaya... and so on up to... if a god enters these he rushes out with great speed.
२९. [प्र. ] कण्हराईणं भंते ! कति नामधेज्जा पण्णत्ता ?
[उ. ] गोयमा ! अट्ठ नामधेज्जा पण्णत्ता, तं जहा-कण्हराई इ वा, मेहराई इ वा, मघा इ वा, म माधवती इ वा, वातफलिहे इ वा, वातपलिक्खोभे इ वा, देवफलिहा इ वा, देवपलिक्खोभा इ वा।
२९. [प्र. ] भगवन् कृष्णराजियों के कितने नाम हैं ?
[उ. ] गौतम ! कृष्णराजियों के आठ नाम हैं। यथा-(१) कृष्णराजि, (२) मेघराजि, (३) मघा, (४) माघवती, (५) वातपरिघा, (६) वातपरिक्षोभा, (७) देवपरिघा, और (८) देवपरिक्षोभा।
29. (Q.) Bhante ! How many names krishna-rajis have ?
[Ans.) Gautam ! Krishna-rajis have eight names--(1) Krishna-raji, (2) Megh-raji, (3) Maghaa, (4) Maaghavati, (5) Vaat-parigha, (6) Vaat卐 parikshobh, (7) Devaparigha and (8) Devaparikshobh.
३०. [प्र. ] कण्हराईओ णं भंते ! किं पुढविपरिणामाओ, आउपरिणामाओ, जीवपरिणामाओ, म पुग्गलपरिणामाओ?
छठा शतक : पंचम उद्देशक
(265)
Sixth Shatak : Fifth Lesson
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org