________________
[२ ] एवं जाव असंखेजपदेसेगाढे।
[२] इसी तरह (द्विप्रदेशावगाढ़ सकम्प पुद्गल से लेकर) यावत् असंख्यप्रदेशावगाढ़ तक का अन्तर कहना चाहिए।
[2] The same (about intervening period) should be repeated for (ultimate particle occupying two space-points)... and so on up to... occupying innumerable space-points.
२५. [प्र. १ ] एगपदेसोगाढस्स णं भंते ! पोग्गलस्स निरेयस्स अंतरं कालओ केवच्चिरं होइ ? [उ. ] गोयमा ! जहन्नेणं एगं समय, उक्कोसेणं आवलियाए असंखेज्जइभाग। [ २ ] एवं जाव असंखेज्जपएसोगाढे।
२५. [प्र. १] भगवन् ! एकप्रदेशावगाढ़ निष्कम्प पुद्गल का अन्तरकाल की अपेक्षा कितना होता है?
[उ. ] गौतम ! जघन्य एक समय का और उत्कृष्ट आवलिका के असंख्येय भाग का अन्तर होता है।
[२] इसी तरह (द्विप्रदेशावगाढ़ निष्कम्प पुद्गल से लेकर) यावत् असंख्येयप्रदेशावगाढ़ तक कहना चाहिए।
25. [Q. 1) Bhante ! In terms of time what is the intervening period (of re-transformation) for a still or non-vibrating (nishkamp) paramanupudgal occupying one space-point ?
[Ans.] Gautam ! (The intervening period is—-) A minimum of one Samaya and a maximum of innumerable fraction of an Avalika.
[2] The same (about intervening period) should be repeated for (occupying two space-points)... and so on up to... occupying innumerable space-points.
२६. वण्ण-गंध-रस-फास-सुहुमपरिणय-बादरपरिणयाणं एएसिं जंच्चेव संचट्ठिणा तं चेव अंतरं पि भाणियव्यं।
२६. वर्ण-गन्ध-रस-स्पर्शगत, सूक्ष्मपरिणत एवं बादरपरिणत पुद्गलों का जो संस्थितिकाल (संचिट्ठणाकाल) कहा है, वही उनका अन्तरकाल समझना चाहिए।
26. The intervening period (antar kaal) with regard to colour, smell. taste and touch as well as minute (sukshma) and gross (baadar) form of matter should be stated to be same as respective period of existence (samsthiti kaal).
२७. [प्र. ] सहपरिणयस्स णं भंते ! पोग्गलरस अंतरं कालओ केवच्चिरं होइ ?
पंचम शतक : सप्तम उद्देशक
(117)
Fifth Shatak: Seventh Lesson
听听听听听听听听听听听听听听听听FFFFFFFFFFFFFFFFFF
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org