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[५] जिस प्रकार त्रिप्रदेशी स्कन्ध के द्वारा स्पर्श के सम्बन्ध में (तेरहवें सूत्र के चार भागों में ) कहा गया है, वैसे ही (चतुष्प्रदेशी स्कन्ध से) यावत् (अनन्तप्रदेशी स्कन्ध द्वारा परमाणुपुद्गल से लेकर ) अनन्तप्रदेशी स्कन्ध तक को स्पर्श करने के सम्बन्ध में कहना चाहिए।
13. [Q. 1] Bhante ! Now the question is about an aggregate of three pradeshas (ultimate particle of matter) touching a paramanu-pudgal ( ultimate particle of matter ) ?
[Ans.] Gautam ! (When an aggregate of three pradeshas touches another paramanu-pudgal) it touches according to either the third (all sections by one section), the sixth (all sections by many sections) or the ninth (all sections by all sections) alternative.
[2] An aggregate of three pradeshas touches an aggregate of two pradeshas (paramanu-pudgal) according to either of the first, third, fourth, sixth, seventh or the ninth alternative.
[3] An aggregate of three pradeshas touches an aggregate of three pradeshas (paramanu-pudgal) according to all the aforesaid nine alternatives.
[4] As has been stated about an aggregate of three pradeshas touching an aggregate of three pradeshas (paramanu-pudgal) should be repeated for touching of aggregates of four, five... and so on up to... countable, innumerable and infinite numbers of ultimate particles.
[5] As has been stated (in first four sections of aphorism 13) about an aggregate of three pradeshas touching a paramanu pudgal... and so on up to... aggregates of four, five... and so on up to ... countable, innumerable and infinite numbers of ultimate particles, should be repeated for touching of aggregates of four up to infinite numbers of ultimate particles.
विवेचन : परमाणु जब दूसरे परमाणु का स्पर्श करता है, तब वह आधे अंश से स्पर्श करता है या सर्वात्मना स्पर्श करता है ? प्रस्तुत सूत्र ११ में इन्हीं नौ विकल्पों को प्रश्न रूप में प्रस्तुत कर समाधान किया है, उनका सार इस प्रकार है - ( 9 ) एकदेश से एकदेश का स्पर्श, (२) एकदेश से बहुत देशों का स्पर्श, (३) एकदेश से सर्व का स्पर्श, (४) बहुत देशों से एक देश का स्पर्श, (५) बहुत देशों से बहुत देशों का स्पर्श, (६) बहुत देशों से सर्व का स्पर्श, (७) सर्व से एकदेश का स्पर्श, (८) सर्व से बहुत देशों का स्पर्श, और (९) सर्व से सर्व का स्पर्श । देश का अर्थ भाग है, और 'सर्व' का अर्थ है - सम्पूर्ण भाग ।
सर्व से सर्व का स्पर्श-सर्व से सर्व को स्पर्श करने का अर्थ यह नहीं है कि दो परमाणु परस्पर मिलकर एक हो जाते हैं, परन्तु इसका अर्थ यह है कि दो परमाणु समस्त स्वात्मा द्वारा परस्पर एक-दूसरे को स्पर्श करते हैं, क्योंकि दो परमाणुओं के आधा आदि विभाग नहीं होते ।
पंचम शतक: सप्तम उद्देशक
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Fifth Shatak: Seventh Lesson
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