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卐 9. [Q.] Bhante ! Do fire-bodies (agni - kaya) just ablaze intense have ! 5 karmic bondage (maha-karma ), intense involvement in activities (maha5 kriya), intense influx of karmas (maha-asrava) and intense pain (mahaफ्र vedana)? And thereafter with passage of time, getting reduced every moment, when the fire gradually transforms into ember (angaar), cinder (murmur) and finally into ash, then do they have mild karmic bondage
5 (alp-karma), mild involvement in activities (alp-kriya), mild influx of karmas (alp-asrava) and mild pain (alp-vedana)?
[Ans.] Yes, Gautam ! Fire-bodies (agni - kaya) just ablaze have intense karmic bondage (maha-karma)... and so on up to... (after getting reduced 4 5 into ash they have ) mild pain (alp-vedana).
विवेचन : तत्काल प्रज्वलित होती हुई अग्नि बन्ध की अपेक्षा से ज्ञानावरणीय आदि महाकर्मबन्ध का कारण 5 होने से 'महाकर्मतर' है। अग्नि का जलना एक प्रकार की क्रिया है । इसलिए यह महाक्रियातर है । वह नवीन ५
कर्मों के ग्रहण करने में कारणभूत है। इसलिए वह महाआस्रवतर है। अग्नि लगने के पश्चात् होने वाली तथा
उस कर्म (अग्निकाय से बद्ध कर्म) से उत्पन्न होने वाली पीड़ा के कारण अथवा परस्पर शरीर के 'संघात '
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15 (दबने) से होने वाली पीड़ा के कारण वह महावेदनातर है। जब प्रज्वलित हुई अग्नि क्रमशः बुझने लगती है, तब ५
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क्रमशः अंगार आदि अवस्था को प्राप्त होती हुई वह अल्पकर्मतर, अल्पक्रियातर, अल्पास्रवतर एवं
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अल्पवेदनातर हो जाती है । बुझते- बुझते जब वह भस्मावस्था को प्राप्त हो जाती है, तब वह कर्मादिरहित हो जाती है। (वृत्ति पत्रांक २२९)
caused by conflagration are sources of great pain it has great pain f (maha-vedana). When it gradually transforms into ember ( angaar) and ff cinder (murmur), then it has mild karmic bondage (alp-karma), mild involvement in activities (alp-kriya), mild influx of karmas (alp-asrava) and mild pain (alp-vedana). Finally when it turns into ash it becomes free all these including karmas.
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Elaboration-In context of bondage, a fire just ablaze has intense bondage (maha-karma) because it causes bondage of intense karmas like Jnanavaraniya (knowledge obscuring karma). Burning of fire is a kind of activity, therefore here it is an intense activity (maha-kriya). As it causes acquisition of new karmas, it has intense influx of karmas (mahaasrava). As the karmic bondage a fire causes as also a collision of bodies
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पंचम शतक छठा उद्देशक
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धनुष चलाने से लगने वाली क्रियाएँ ACTIVITIES IN SHOOTING ARROWS
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१०. [ प्र. १ ] पुरिसे णं भंते ! धणुं परामुसइ, परामुसित्ता, उसुं परमुसति, उसुं परामुसित्ता ठाणं ठाइ, ठाणं ठिच्चा आययकण्णाययं उसुं करेति, आययकण्णाययं उसुं करेत्ता उड्ढं वेहासं उसुं उव्विहति । तणं से उसुं उड्ढं वेहासं उब्बिहिए समाणे जाई तत्थ पाणाइं भूयाइं जीवाई सत्ताइं अभिहणइ वत्तेइ 5
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Fifth Shatak: Sixth Lesson
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