________________
B5555555555)))))))))))))))))
)))
)
))
)))
)
)
))))))))))))555558
)
))
)
))
))
९. [प्र. ] केवतियं च णं भंते ! असुरकुमाराणं देवाणं तिरियं गतिविसए पण्णत्ते ? [उ. ] गोयमा ! जाव असंखेज्जा दीव-समुद्दा, नंदिस्सरवरं पुण दीवं गता य, गमिस्संति य। ९. [प्र. ] भगवन् ! असुरकुमार देवों में तिरछा जाने की कितनी शक्ति है ?
[उ. ] गौतम ! असुरकुमार देवों में (अपने स्थान से) असंख्येय द्वीप-समुद्रों तक जाने की सामर्थ्य है। किन्तु वे नन्दीश्वर द्वीप तक गये हैं और भविष्य में जायेंगे।
9. [Q.] Bhante ! How far in the transverse (tiryak) direction they are capable of going ?
[Ans.] They are capable of going up to innumerable continents and seas (from their abodes); but they have gone and will go only as far as Nandishvar Dveep (continent).
१०. [प्र. ] किंपत्तियं णं भंते ! असुरकुमारा देवा नंदीसरवरदीवं गया य, गमिस्संति य ?
[उ. ] गोयमा ! जे इमे अरिहंता भगवंता एतेसिं णं जम्मण-महेसु वा निक्खमण-महेसु वा णाणुष्पत्ति+ महिमासु वा परिनिव्वाण-महिमासु वा एवं खलु असुरकुमारा देवा नंदीसरवरं दीवं गता य, गमिस्संति य।।
१०. [प्र. ] भगवन् ! असुरकुमार देव, नन्दीश्वरद्वीप तक किस प्रयोजन से गए हैं और जायेंगे? ॐ + [उ. ] गौतम ! अरिहंत भगवान (तीर्थंकर) के जन्म-महोत्सव में, निष्क्रमण महोत्सव में, ॐ ज्ञानोत्पत्ति (केवलज्ञान उत्पन्न) होने पर, महिमा (उत्सव) करने, तथा परिनिर्वाण (मोक्षगमन) पर महिमा . 卐 करने के लिए असुरकुमार देव नन्दीश्वरद्वीप तक गये हैं, जाते हैं और जायेंगे।
10. (Q.) Bhante ! For what reason Asur Kumar Deus have gone and * will go up to Nandishvar Dveep ?
Ans.] Gautam ! Asur Kumar Deus have gone and will go up to Nandishvar Dveep in order to participate in the ceremonies on the occasion of birth of Arihant Bhagavan (Tirthankars) and on the occasion of their renunciation as also to pay tributes to them on attaining omniscience and on attaining liberation (parinirvana).
११. [प्र. ] अस्थि णं भंते ! असुरकुमाराणं देवाणं उड्ढं गतिविसए ? [उ. ] हंता, अत्थि। ११. [प्र. ] भगवन् ! क्या असुरकुमार देवों में (अपने स्थान से) ऊपर जाने को सामर्थ्य है? [उ. ] हाँ, गौतम ! है।
11. [Q.] Bhante ! Do Asur Kumar Devs have the capacity to go in upward direction ?
(Ans.] Yes, Gautam ! They have (the capacity to go in upward direction).
)
)
))
)))))))))))))))))
))
))
))
)))
तृतीय शतक : द्वितीय उद्देशक
(407)
Third Shatak : Second Lesson
ज
ज
85555555555555555555555))))))))))
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org