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सर्वलोकजुप्सितम् III. 29.2d सर्वलोकनमस्कृतम् I. I8.rob
VII. I7.25b सर्वलोकनमस्कृतः I. 15.27b
,43.2b IV. 34.11b
, 43.230 सर्वलोकनमस्कृता I. 43.4b
III. 66.b सर्वलोकनिदर्शिनीम् II. I08.18) सर्वलोकपितामहम् I. 42.17b सर्वलोकपितामहः I. 37.5b ., ,42.21
"44.Ibb , ,,63 17d , V. 60.2d
VI. 6r.21b सर्वलोकप्रभुब्रह्मा I. 44.2c
II. 25.25a सर्वलोकप्रियं त्यक्त्वा II. 58.32a सर्वलोकप्रियंवदः V. 35.21d सर्वलोकप्रियं हित्वा II. 74.5c सर्वलोकप्रियः साधुः I. 1.15C सर्वलोकभयंकरे VI. I08.30d सर्वलोकभयादपि VI. 24.36d
, 26.2d .. , 30.15d सर्वलोकभयापह IV. 10.30b सवलोकभयावहम् III. 32.21d
,, VI. 86.5d " ,, 107.Id
VII. 22.6d सर्वलोकभयावहा I. 9.gb सर्वलोकभयावहे VI. 90.87d सर्वलोकमनोहरे V. 20.3d
सर्वलोकमहेश्वरः I. 36.12b सर्वलोकविगर्हितम् VI. 94.9d सर्वलोकविरोधेन II. 58.33c सर्वलोकशरण्याय VI. IT.I7c सर्वलोकसुखावहः II. 88.18b सवलोकस्य गर्हिता II. 92.16d
___ चाप्रिये II.74.IId ., धर्मात्मा IV.4.20a , धिकृतम् II. 12.87b , संनिधौ VI. II6.29d
__हृष्टवत् II. 15.30b सर्वलोकहिते रतः I. 29,20d
, रते II. 58.32b सर्वलोकातिगस्येव II. 19.33c सर्वलोकाभयंकर IV. 8.19b सर्वलोकेश्वरस्येह V. 51.42c सर्वलोकेश्वरः श्रीमान् VI. III.14c सर्वलोकेश्वरेण वै VI. 85.15b सर्वलोकेषु राक्षस VI. 16.3b सर्वलोकोऽनुरज्येत II. 58.32c सर्ववाच्यो विवक्षताम् V. I.86d सर्ववादित्रनादिताम् II. 7.4d सर्ववानरमुख्यानाम् I. I7.IIC
VI. 91.26c सर्ववानरमुख्येषु I. I7.17a सर्ववानरराजं च VI. 29.2c सर्ववानरराजासीत् VII. 36.36c सर्ववानरसत्तमम् IV. 38.3b सर्ववानरसत्तमः IV. 36.4b
,, 39.17d
, 43.2b सर्ववित्रासनं भीमम् VI. I08.10c सर्वविद्याव्रतस्नातः II. I.20a सर्वशत्रुनिबर्हणम् II. 2.53b
___VI. I02.48b
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