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हिन्दी पति प्रन्ययाला संख्या-२१३
धर्मशास्त्र
का इतिहास चतुर्थ भाग (अध्याय १ से २५)
मल लेखकः भारतरत्न, महामहोपाध्याय, डॉ० पाण्डुरङ्ग वामन काणे बनवादक: अर्जुन चौके काश्यप, एम० ए०
उत्तर प्रदेश शासन राजर्षि पुरुषोत्तमदास टण्डन हिन्दी भवन | महात्मा गांधी मार्ग, खदनक
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