SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 558
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ धर्मशास्त्रीय ग्रन्थसूची बतकचन्द्रिकाठीका - तकनलाल द्वारा । वस्वनिर्णय -- ( या विनिर्णय) हरिनाथ मिश्र द्वारा । नो० (जिल्द ११, भूमिका पृ० ५) । वत्तकतिलक -- भवदेव द्वारा ( लेखक के व्यवहारतिलक का एक अंश ) । दत्तकशिरोमणि द्वारा संक्षेप । Teaण-वैपायन द्वारा । नो० (१० पृ० ७१) । दत्तकवीमिति - महामहोपाध्याय अनन्तभट्ट द्वारा । कलकता एवं भवनगर में प्रका० । दत्तकशिरोमणि में सारांश । दसकनिर्णय तात्याशास्त्री द्वारा । बत्तकनिर्णय - विश्वनाथ उपाध्याय द्वारा । बत्तकनिर्णय – शूलपाणि द्वारा ( उनके निबन्ध स्मृति - विवेक का एक अंश ) । लगभग सम्पूर्ण अश भरतचन्द्र शिरोमणि के दत्तकशिरोमणि में प्रका० । इसका एक नाम दत्तकविवेक भी है। बत्तकनिर्णय - श्रीनाथ भट्ट द्वारा । बत्तकपुत्रविधान - अनन्तदेव द्वारा ( सम्भवतः यह दत्तदीधिति ही है ) । बतकपुत्रविधान - नृसिंहभट्ट द्वारा । दत्तकपुत्रविधि – शूलपाणि द्वारा । यह उपर्युक्त दत्तकनिर्णय ही है। T बतकमीमांसा - (या दत्तपुत्रनिर्णयमीमांसा) नन्दपण्डित ( विनायक पण्डित ) द्वारा ( कलकत्ता में भरतचन्द्र शिरोमणि द्वारा प्रका० ) । दे० प्रक० १०५ । टी० वृन्दावन शुक्ल द्वारा । बतकमीमांसा ---- माधवाचार्य द्वारा । दत्तकविधि नीलकण्ठ के व्यवहारमयूख का एक अंश । meaf - बाचस्पति द्वारा । दे० नो० न्यू० सी० (जिल्द ३, भूमिका, पृ० ७-८ ) । दत्तकविवेकशूलपाणि द्वारा । दे० दत्तकनिर्णय (ऊपर) । दत्तकसपिण्डनिर्णय । बत्तकोज्ज्वल-वर्धमान द्वारा, जिन्होंने काली की वन्दना की है। नो० न्यू० (जिल्द १, पृ० १६६ ) । तचिन्तामणि - नरसिंह के पुत्र वञ्चेश्वर द्वारा । Jain Education International १५५१ कलकत्ता में दत्तदायप्रकाश----ब्रजनाथ विद्यारत्न द्वारा १८७५ में प्रका० ) । दत्तपुत्रतत्त्वविवेक --- वासुदेव भट्ट द्वारा (स्टीन, पृ० ३०७)। वतपुत्रविचार - गोविन्द वासुदेव भट्ट द्वारा ( बड़ोदा, सं० १०७०१ बी) । वतपुत्रविधि । बत्तमञ्जरी । बत्तरत्नप्रदीपिका श्रीनिवासाचार्य द्वारा । वत्तरत्नाकर -- धर्म राजाध्वरीन्द्र ( माधवाध्वरीन्द्र के पुत्र) द्वारा। इसमें विज्ञानेश्वर, कालामृत, वरदराजीय, दत्तकसंग्रह, कालनिर्णय, दत्तमीमांसा का उल्लेख है । १६५० ई० के उपरान्त । दत्तरत्नार्पण - सीतारामशास्त्री द्वारा (बड़ोदा, स० ७२०४)। बत्तविधि - वैद्यनाथ द्वारा । वत्तसंग्रह - भीमसेन कवि द्वारा । दत्तसिद्धान्तमंजरी - देवभद्र दीक्षित के पुत्र बालकृष्ण द्वारा । लेखक फलनितकर कुल का है और उसके गुरु अद्वैतानन्द थे । दत्तसिद्धान्तमञ्जरी - भट्ट भास्करपण्डित द्वारा । वत्तसिद्धान्तमन्दारमंजरी । वत्तस्मृतिसार । दत्तहोमानुक्रमणिका । दत्तादर्श माधव पण्डित द्वारा । बत्तार्क- नृसिंहात्मज माधव के पुत्र दादा करजगि द्वारा | गोदावरीय नासिक में कृष्णाचार्य के शिष्य । लेखन-काल शक १६९१ ( १७६९ ई० ) । निर्णयसिन्धुकार एवं मयूखकार के नाम उल्लिखित हैं । वत्तार्चनकौमुदी - ( या दत्तात्रेयपद्धति) चैतन्यगिरि द्वारा । दत्तार्चनविधिचन्द्रिका —— रामानन्द यति द्वारा ।' दत्ताशौचव्यवस्थापनवाद - रामशंकर के पुत्र रामसुब्रह्मण्यशास्त्री द्वारा । १८वीं शताब्दी के अन्त में। दन्तधावनविषि । For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.002791
Book TitleDharmshastra ka Itihas Part 3
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPandurang V Kane
PublisherHindi Bhavan Lakhnou
Publication Year1973
Total Pages652
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & Religion
File Size20 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy