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तीर्थ सूची में प्रयुक्त संक्षिप्त संकेत
अ० चि०- हेमचन्द्र की अभिधानचिन्तामणि ( बोहल्लिंग के द्वारा सम्पादित, १८४७) । अनु० -- महाभारत का अनुशासनपर्व ।
अल० - डा० ई० सी० सौ द्वारा अनूदित अलबरूनी का भारत दो जिल्द (१८८६, लंदन ) ।
आ० अक० -- अबुल फजल कृत आईने अकबरी, तीन जिल्दों में ब्लोचमैन एवं जरेंट द्वारा अनूदित । आदि० - महाभारत का आदिपर्व ।
आ० स० इण्डि० आयलाजिकल सर्वे आव इण्डिया रिपोर्ट ।
इ० गजे० इ० - इम्पीरियल गजेटियर आव इण्डिया ।
उ० या उद्योग उद्योगपर्व ।
ऐं० इ० मेगस्थनीज एवं एरिअन द्वारा वर्णित ऐंश्येण्ट इण्डिया (मैक् क्रिण्डिल ) ।
ऐं०जि० - कनिंघम की ऐंश्येण्ट जियाग्रफी आव इण्डिया (१८७१ ) ।
का० इं० इं० - कार्पस इंस्क्रिप्शनम् इण्डिकेरम्; जिल्द १, इंस्क्रिप्शंस आव अशोक, जिल्द ३ । क०रि० बुहलर की कश्मीर रिपोर्ट ।
कालि० - कालिकापुराण ।
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कू० या कूर्म० - कूर्मपुराण ।
ग० या गरुड०-गरुडपुराण ।
गो० या गोदा० – गोदावरी नदी ।
ज० उ० प्र० हि० सो० --- जर्नल आव दि यूनाइटेड प्रार्विसेज हिस्टारिकल सोसाइटी ।
तीर्थप्र० – मित्र मिश्र का तीर्थप्रकाश ( वीरमित्रोदय का एक भाग) |
ती० क० तीर्थों पर कल्पतरु ।
तीर्थसा० - तीर्थसार ( सरस्वतीभवन प्रकाशन, बनारस ) ।
दे – नन्दलाल दे कृत जियाप्रैफिकल डिक्शनरी ऑव इण्डिया (१९२७) ।
ना० या नारदीय० नारदीयपुराण या बृहन्नारदीय
नी० म० या नीलमत०—प्रो० भगवद्दत्त द्वारा सम्पादित नीलमतपुराण । नृ० या नृसिंह० नृसिंह या नरसिंहपुराण ।
प० या पद्म० पद्मपुराण ।
पहा ० पहाड़ी |
पा० - पाजिटर द्वारा टिप्पणी के साथ अनूदित मार्कण्डेयपुराण |
ब० ग० या बम्बई गजे० – बाम्बे गजेटियर ।
बार्ह ० सू० – बार्हस्पत्यसूत्र, डा० एफ्० डब्लू० टॉमस द्वारा सम्पादित ।
बृहत्संहिता या बृ० सं० -- उत्पल की टीका के साथ बृहत्संहिता, सुधाकर द्विवेदी द्वारा सम्पादित ।
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