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________________ नारदीय मनुस्मृति कोई यदि किसी के बाहर जाने पर उसके खेत पर अधिकार कर ले तो लौटने पर उसे वापिस दे देवे खेत तीन पुस्त होने पर छूट नहीं सकता किसी के खेत में गाय जाय उसका निर्णय हाथी घोड़े किसी के खेत में चले जायें तो अपराध नहीं किसी के खेत में गाय चर जाय तो उसकी क्षतिपूर्ति निर्णय १३. स्त्रीपुंसयोगो द्वादशं विवादपदम् : २६७ पाणिग्रहण होने पर स्त्री मानी जाती है सगोत्र कन्या और वर का विवाह नहीं हो सकता गुण-दोष न देखकर विवाह होने पर त्याग दूसरा पति करने का नियम कन्यादान करने वाले अधिकारियों का वर्णन स्त्री संग्रहण के दण्ड व्यभिचार दण्ड पशुयोनि गमन दण्ड स्त्री गमन निषेध का वर्णन स्त्री की निर्वासन की दशा का वर्णन निर्दोष स्त्री-त्याग का दण्ड अन्य पति का विधान वर्णसंकर का वर्णन वर्णसंकरों की पृथक्-पृथक् जाति १४. दायविभागस्त्रयोदशं विवादपदम् : ३०८ दाय विभाजन का समय जिस धन का विभाजन नहीं हो सकता स्त्री धन का विवरण सम विभाग अविवाहिता बहिन का पिता द्वारा विभाग की मान्यता जो लोग पैतृक धन के अनधिकारी हैं सम्मिलित कुटुम्ब के भाइयों का विभाग Jain Education International For Private & Personal Use Only १३ २०-२१ २४ २७-२८ २८-३० ३३-३४ २-३ ७ -१५ १६ २०-२२ ६२-६८ ७०-७५ ७६ ८३-८८ ६१-६५ ६७ ६६-१०० १०५ १०६-११८ १-४ ६-७ 5-E १३ १५-१६ २०-२१ २३-२५ www.jainelibrary.org
SR No.002787
Book TitleSmruti Sandarbha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorNagsharan Sinh
PublisherNag Prakashan Delhi
Publication Year1993
Total Pages636
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationBook_Devnagari & Literature
File Size10 MB
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