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________________ गौतम स्मृति १२३ १३. साक्षीणां विधावर्णनम् : १८९७ साक्षियों का वर्णन । १४. आशौचवर्णनम् : १८६८ आशौच का प्रकरण । १५. श्रावविवेकवर्णनम् : १८६६ श्राद्ध का निर्णय तथा श्राद्ध कर्म में कौन ब्राह्मण पूज्य और कौन अपूज्य है। १६. अनध्यायवर्णनम् : १६०१ वेदादि शास्त्रों के अनध्याय काल का वर्णन । १७. भक्ष्याभक्ष्यप्रकरणम् : १६०२ भक्ष्य एवं अभक्ष्य पदार्थों का निरूपण । नित्यंमभोज्य केशकीटावपन्न रजस्वला कृष्ण शकुनिपदोपहतं भ्रूणध्न प्रेक्षितं गवोपनातं भावदुष्टं शक्तं केवलमवधि पुनः सिद्धं पर्युषितमशाक भक्ष्य स्नेह मांस मधून्यत्सृष्ट-तथाह मनुः गोश्चक्षीरमनिर्दशायाः सतके चा जामहिष्योश्च मेधातिथि भाष्यम् नित्यमाविकमपेयमोष्ट्रमंकशफञ्चस्यन्दिनीयमसू सन्धिनीनांचयाश्चव्यपेतवरसा.. आदि। नोट-पाराशर आदि प्रायः सभी शास्त्रों में इसका वर्णन है। १८. स्त्रीषु ऋतुकाले सहवास प्रकरणम् : १६०३ ऋतुकाल में भार्या के साथ सहगमन की विधि । १६. प्रतिषिद्धसेवनेप्रायश्चित्तमीमांसावर्णनम् १९०४ निषिद्ध वस्तुओं के व्यवहार करने में प्रायश्चित्त का वर्णन । २०. विविधपापानांकर्मविपाकवर्णनम् : १९०६ पृथक्-पृथक् पापों के कर्मफल का विपाक । २१. सर्वपातकेषुशान्तिवर्णनम् : १९०७ सब प्रकार के पातकों में शान्ति कर्म की आवश्यकता । २२. निषिद्धकर्मणाजन्मान्तरेविपाकवर्णनम् : १६०८ निषिद्ध काम करने वाले का जन्मान्तर में कर्म का विपाक दुःख भोग आदि का वर्णन है। Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.002787
Book TitleSmruti Sandarbha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorNagsharan Sinh
PublisherNag Prakashan Delhi
Publication Year1993
Total Pages636
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationBook_Devnagari & Literature
File Size10 MB
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