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________________ सिंघी जैन ग्रन्थमाला 20 अद्यावधि मुद्रितग्रन्थनामावलि 12 रुढझाचार्यरचित प्रबन्धचिन्तामणि मूलप्रन्थ. 13 यशोविजयोपाध्यायविरचित ज्ञानबिन्दुप्रकरण, 2 रातनप्रवन्धसंग्रह. (बहुविध ऐतिह्यतथ्य परिपूर्ण) 14 हरिषेणाचार्यकृत बृहत्कथाकोश. 3 राजशेखरसूरिरचित प्रबन्धकोश. 15 जैनपुस्तकप्रशस्ति संग्रह-प्रथम भाग. 4 जिनप्रभसूरिकृत विविधतीर्थकल्प. 16 हरिभद्रसूरिविरचित धूर्ताख्यान. 5 मेघविजयोपाध्यायविरचित देवानन्दमहाकाव्य. 6 यशो विजयोपाध्यायकृत जैनतकभाषा. 17 दुर्गदेवकृत रिष्टसमुच्चय. 7 हेमचन्द्राचार्यकृत प्रमाणमीमांसा. 18 मेघविजयोपाध्यायकृत दिग्विजयमहाकाव्य. 8 भट्टाकलङ्कदेवकृत अकलङ्कग्रन्थत्रयी. 19 कवि अब्दुल रहमानकृत सन्देशरासक. 9 प्रबन्धचिन्तामणि-हिन्दी भाषान्तर. 20 महाकवि भर्तृहरिविरचित शतकत्रयादि-सुभा 10 प्रभाचन्द्रसूरिरचित प्रभावकचरित. षितसंग्रह. 11 Life of Hemachandracharya: 21 शान्त्याचार्यकृत न्यायावतारवार्तिक-वृत्ति. By Dr. G. Buhler. 22 कवि धाहिलरचित पउमसिरीचरिउ.(अपभ्रंश) 12 सिद्धिचन्द्रोपाध्यायरचित भानुचन्द्रगणिचरित. |23 महेश्वरसरिकृत नाणपंचमीकहा. 2 संप्रति मुद्द्यमाणग्रन्थनामावलि 17 1 खरतरगच्छगुर्वावलि. 2 कुमारपालचरित्रसंग्रह. 3 विविधगच्छीयपट्टावलि संग्रह. 4 जैनपुस्तकप्रशस्ति संग्रह, भाग 2. 5 विज्ञप्तित्रिवेणी- विज्ञप्तिमहालेखादि विज्ञप्तिलेखसंग्रह। 6 उड्योतनसूरिकृत कुवलयमालाकथा. 7 उदयप्रभसूरिकृत धर्माभ्युदयमहाकाव्य 8 कीर्तिकौमुरी आदि वस्तुपालप्रशस्ति संग्रह. 9 जिनेश्वरसूरिकृत कथाकोषप्रकरण, 10 महामुनि गुणपालविरचित जंवूचरित्र (प्राकृत). 11 जयपाहुडनाम निमित्तशास्त्र. 12 कोऊहलविरचित लीलावतीकथा (प्राकृत). 13 गुणचन्द्रविरचित मंत्रीकर्मचन्द्रवंशप्रबन्ध. 14 नयचन्द्रविरचित हम्मीरमहाकाव्य. 15 भद्रबाहु संहिता. 16 महेन्द्रसूरिकृत नर्मदासुन्दरीकथा. 17 जिनदत्ताख्यानद्वय (प्राकृत). 18 वयंभूविरचित पउमचरिउ (अपभ्रंश). 19 सिद्धिचन्द्रकृत काव्यप्रकाशखण्डन, |20 जयसिंहसूरिकृत धर्मोपदेशमाला. प्राप्तिस्थान भारतीय विद्या भवन चौपाटी रोड, बंबई 7 प्रकाशक जयन्तकृष्ण ह.दवे, एम.ए. एलएल. बी. ऑनररी रजिष्ट्रार,भारतीय विद्या भवन,चौपाटीरोड : मुंबई मुद्रक-रामचंद्र येसू शेडगे, निर्णयसागर प्रेस,२६-२८, कोलभाट स्ट्रीट, कालबादेवी; मुंबई 2. Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.002786
Book TitleGyanpanchami Katha
Original Sutra AuthorMaheshwarsuri
AuthorJinvijay
PublisherSinghi Jain Shastra Shiksha Pith Mumbai
Publication Year1949
Total Pages162
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationBook_Devnagari & Story
File Size12 MB
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