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१८८ उज्जोयणसूरिविरइया
[२९ 1 एसो वि पहरइ चिय कड्डिय-करवाल-भीसणो पुरिसो। ण य चिंतेइ अउण्णो खणेण किं भे समाढत्तं ॥
जइ कह वि अहं णिहओ कज्जं तं कत्थ पावियं होइ । अह कह वि एस णिहओ संबद्धो मज्झ पावेण ॥ 3 एए वि कुमार मए लिहिया सुय-सारिया य पंजरए । पुत्र-कयं वेयंता अण्णं च णवं णिबंधंता ॥
एसा वि का वि महिला वियणा-वस-मउलमाण-णयणिल्ला । पसवइ के पि विआयं सारिच्छमिणं मए लिहियं ॥ जो पसवइ इह बालो सो संदेहम्मि वए वरओ। संकोडियंगसंगो जीवेज मरेज वा णूणं ॥ एसा वि एत्थ महिला दोहाइजत-गुज्झ-वियणाए । खर-विरसाइ रसंती पीलिजइ सरस-पोत्ति व्व ॥ एसा वि एत्थ लिहिया का वि विवण्णा ण चेय णीहरिय । अण्णाएँ मयं बालं मयाई अह दो वि अवराई॥
२९७) एतो परिणितो लिहिओ अह पेच्छ कुमर वेदीए । तूर-रव-मंगलेहिं णच्चिर-महिला-विलासेहिं ॥ 8 ण य जाणए वराओ संसारो एस दुक्ख-सय-पउरो। हत्थेहि मए गहिओ महाए महिल त्ति काऊण ॥
णचंति ते वि तुट्ठा किर परिणीयं ति मूढया पुरिसा । ण य रोयंति अधण्णा दुक्ख समुद्दे इमो छूढो॥
एसो विमए लिहिओ कुमार उत्ताण-सायओ बालो । आउं ति परं भणिरो अण्णं वरओ ण-याणाइ । 12
एसो सो धि अपुण्णो कीलइ अह कीलणेहि बालो त्ति । असुई पि असइ मूढो ण य जाणइ के पि अत्ताण ॥ एसा न एवं सो चिय कुमरो कुक्कुड-सुय-सारियाय-मेसेहिं । दुल्ललिओ अह वियरइ अहं ति गवं समुवहिरो ॥
एसो पुणो वि तरुणो रमइ जहिच्छाए कण्ण-जुवईहि । कामत्थेसु पयत्तइ मूढो धम्म ण-याणाइ ॥ 15 एसो सो चेय पुणो मज्झारो बाल-सत्थ-परियरिओ। अणुविद्ध-पलिय-सीसो लग्गइ ण तहा वि धम्मम्मि ॥
एसो सो ञ्चय थेरो लिहिओ अह वियलमाण-वलि-वलिओ। बालेहि वि परिभूओ उब्धियणिज्जो य तरुणीहिं ॥
एसो वि भमइ भिक्खं दीणो अह णियय-कम्म-दोसेण । एहिं ण कुणइ धम्म पुणो वि अह होहिइ दरिदो ॥ 18 एसो वि को वि लिहिओ रोरो थेरो य सत्थर-णिवगणो । चीवर-कंथोत्थइओ पुव-कयं चेय वेयंतो ॥
एसो वि को वि भोगी कय-पुण्णो अच्छए सुह-णिसण्णो । अण्णे करेंति आणं पुन्व-अउण्णाण दोसेहिं॥
६२९८) एसोधि को वि लिहिओ राया जंपाण-पवहणारूढो । पुरिसेहिं चिय वुज्झइ जम्मंतर-पाव-वहएहिं । एए विमए लिहिया संगामे पहर हिँ जुझंता । ण य जाणंति वराया अवस्स णरय इमेणं ति ॥ एसो वि पुहइ-णाहो अच्छइ सीहासणे सुह-णिसण्णो । णीसेसिय-सामंतो मत्तो मागेण य पयत्तो॥
एयरस पंच कवला ते च्चिय वासाई दोणि काई चि । एक्क च्चिय से महिला असरालं वए पावं ॥ 24 एसो वि को वि पुरिसो लोह-महम्गह-परिग्गहायल्लो । पइसइ भीमं उयहिं जीयं चिय अत्तणो मोतं ॥
एसो वि को वि पुरिसो जीविय-हेऊण मरण-भय-रहिओ। कुणइ पर-दव्व-हरणं ण य जाणइ बहुयरं मरणं ॥
एसो वि एत्थ लिहिओ महदहे भीम-काल-बीभच्छो । पुरिसो चिय गेण्हंतो जालेणं मच्छ-संघाए॥ 7 ण य जाणए अउण्णो एयं काऊण कत्थ गंतव्वं । किं थोवं किं बहुयं किं वप्प-हियं पर-हियं वा ॥
एए वि एत्थ वणिया सच्चं अलिय व जंपिडं अत्थं । विढवेंति मूढ-मणसा परिणाम णेय चिंतेति ॥
एए वि के वि पुरिसा वेरगग-परा घराई मोत्तूण । साहेति मोक्ख-मग्गं कह वि विसुद्धेण जोएणं ॥ 30 एयं कुमार लिहिय मणुयाणं विद्व-ठाणयं रम्मं । संखेवेणं चिय से वित्थरओ को व साहेज्जा ॥
२९९) एयं पि पेच्छ पत्थिव तिरिय-समूहस्स जं मए लिहियं । सोहणमसोहणं वा दिजइ दिट्टी पसाएण ॥ तं चिय सुव्वसि णिउणो तं चित्त-कलासु सुट्ट णिम्माओ। तेणेत्थ देसु दिहिँ खणंतरं ताव वर-पुरिस ॥ 33 सीहेण हम्मइ गओ गएण सीहो त्ति पेच्छ णरणाह । एस य मओ मईदेण मारिओ रण्ण-मज्झम्मि ।
1) P अउणो खणेण किमे. 2) Pणिहिओ, Jom. कत्थ, P सब्बद्धा मज्झ सावेण 1. 3) Pएते, सउणया for सारिया, वेता for वेयंता, P अण्णं च यं निबद्धता. 4) P मउलमालण, P पसवर किं पि. 5) J बट्टण, J वराओ P घरओ, ? 'अंगसंगो. 6) J मुज्झ for गुज्झ, P पीहि लिज्जइ, I पोत्ती व्व. 7) IP inter. एस्थ & वि, को for का, एमएयं for मयं. 8) J कुमार बेईए P कुरवेदीए. 9) Pणइ जाणइए. वराओ, संसारवि for संसारो, " हत्थेग मए, Pom. महाप. 10) ? रोवति अउण्णा. 11) Pउत्ताणसोयओ, P आउत्ति, P भणिओरो, अण्णा P अणं. 12) सोद्धि for सी घि, Pएसो सोयब्वे पुणो कीलइ, P असुइम्मि असुइ ढोणय, P किं पि. 13)Pएसो for एवं. 14)P नजुवतीण ।. 15) सोय. 16)P repeats अह, P-बलओ, परिहूओ, P परिभूओ बियणिज्जो. 17) Pइयर for णियय, J दोसेहि, "अ for अह. 18) P om. चेव, J वेएं तो. 19 P पुन्वय अण्णाण. 20) P चिय, बुब्भइ for ज्शद,P पावपवाहेहिं. 21) Pएते, " जुझंता, Pण य ज्झाणंति, Pइमेहिं ति. 22) P सामन्नो मनो माणेण परयत्तो . 23) Pकाई वि, Pएक विय, P असडालं. 24) P पयसरद भीमओअहि जीयं. 25) हेतूय P हेऊण, P भीओ for रहिओ. 27) Pअउगो. J थोअं. 28 एते, P वणिया, J मणसो. 29) Pएते, J सार्वेति Pसाहंति, P जोगेणं. 30) P सो for से, कोख साहेज्ज 1.31) Pएतं च for एयं पि, P लिहि।, P om. सोहणमसोदणं वा etc. to ताव वरपुरिस- 33Pसोहण for सीहेण, गपत्ति सीहो, P repeats एस.
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