________________
-२०६ ]
कुवलयमाला
१२.१
२०६) जा व कइसिया । नवजोत कामिणि- जइसिय कुंकुम-र-पिंजर-चल-चाव-पोरसेला- 1 लुभिजमा रोम-राई- मगहरं च कहिंचि णय- बहु-जहसिया तद-तरुपर- पण साहा-लयावगुंठण-णीसह गइ पयारा व कहिंचि वेसा विलय जसिया हरि-हर निलिदिय-मच-मायंग-कामुय दंत जुयकिय व कर्हिचि वासय सज जसिया 3 मघमघेंत - सुरहि-कुसुम-गंध-फुरमाण- बिंदु-माहर व, कहिंचि पउत्थवइ- जइसिय पत्थिय-कमल- वयण आवंडर-पओहरय न्ति । अवि य ।
उच्छंगम विणं सुबह तड- पायवगा वयणेहिं गवि इ किं भूया किं दइया होज विंझस्स ॥
;
जीए य महामल सरिसई कर कत्तरी धाहिं दति मत्त-मायंग- जूहई, कहिंचित सरिस महा-कुलुम्मूलण वयसियई, कहिंचि गाम- डिंभरूच सरिसई जल-कीला वावड, कहिंचि तद-परिणय पाययडियई जति कुविय दइया पसायणोणयई ति । अवि य ।
वि जइ किं दइया सहोयरा होज किं व एयाण । किं जणणि च्चिय रेवा होज व धाई गय-कुलाण ॥ कहिंचि मच्छ-पुच्छ-च्छडा - घाउच्छलंत - पाणिया, कहिंचि तणुय-तंतु-हीरमाण-मत्त-हत्थि संकुला, कहिंचि महा-मयर-कराघायकुवियमन्त-वण-महिस कलुसिया, कहिंचि पहल-ग्गा हिडाउला, कहिंचि कुम्म-पट्टि उलसंत विहुम-किसलया- 12 किया, कहिंचि वेला-वसागय-पोमराय रयण-रंजिय-जला, कहिंचि परिप्पयंत चकवाय कंठ गिजिया, कहिंचि सर-सरसरत-कंत-सारसाउला, कहिंचि तुंग-तरंग-रंगत-सिप्पि-संपुडा, कहिंचि चंद्र-पवण-पय-कलोलमाल हेला-हीरमाण- पक्खिगणा, कहिंचि मत्त मायंग-मंडली मजमाण- गंडयल - गलिय-मय- जल-संदोह - बिंदु-बंद-णीसंद-परिप्पयंत चंदय-पसाहियति । 16 अवि य ।
5
4
-
धवल-बलाया- माला-वलया- हंसउल-पंति-कय-हारा । चलिया पइहर हुत्तं णजइ रेवा णव बहु व्व ॥
[3] अण्णं च । गाय व गय-मब-गंध-द-मत्त महुधर-महरुलावेहिं जप व णाणा-बिहंग- कल्यहारायेहिं, हसइ व हंस- 18 मंडली-धवल- दसण-पंतीहिं गच्चइ व पवण-चेच्छलिय-तुंग-तरंग- हत्थेहिं, पढइ व जलयर-दीरंव पत्थर--- खलिक्खर - गिराहिं, मणइ व तड़-विडवि-पिक्क-फलवडण- दुहुदुहारावेहिं, रुयइ च णिज्झर-झरंत-झरहरा-सदेहिं । अचि य । उग्गाइ हसह णच्चइ रुयइ व कलुणक्खरं पुणो पढइ । उम्मत्तिय व्व रेवा इमीए को होहिई वेज्जो ॥ जाइ समुद्दाभिमुहं रेवा पुण वलइ वेविर-सरीरा । पयइ च्चिय महिलाणं थिरत्तणं णत्थि कजेसु ॥
21
अहवा ती ण दोस्रो महिला जीएसु रजेति ॥ अवादाओ चिप महिलाओ होंति पयईए ॥ । हुं पइणा एक्केण ण होइ महिलाण संतोसो ॥
1
मोसू दिगं जलहिम्मि पत्थिया रेवा रयणायरभिम लीणा विंशं मोराण जम्मया पेच्छ किं ण सुहओ य दाणे रेवे जेणुज्झिओ तए विंझो अण्णा वि एस गई ते समुद पलिया रेवा होंति शिय कामिय-कामियान कामो वि महिलामो ॥ :7 उठवूढा विंझेण मद्दष्पमाणं च पाविया तेण । मोत्तूण तह वि चलिया अहो कयग्घा महिलियाओ ॥ इय साहेइ समुद्दो वियारणा णत्थि महिलासु ॥ महिला - सहाव- चडुलं अह रेवं पेच्छए कुमरो ॥ पयतो अविव
जलही खारो कुग्गाह-सेविओ बहुमओ य रेवाए । इय जुवइ चरिय- कुडिलं गंभीरं महिलियाण हिययं व 30 तं च वारिसं महाण णम्मयं समोइण्णो रायठतो कह वरि
1
मिटर-कर-परा-जल-बी-समुच्छ जल-विहं । अह मज सिरिलो महादशे व उदामं ॥ एवं च मनमाणो कुमार कुवलयचदो समुत्तिष्णो से महाणई णम्मति 33 गुविल - गुम्म दुरसंचारे महाडई-मज्झयारे ।
Jain Education International
गतुं च पवत्तो तम्मि तीर वरुवर पल्ली-लया
6
For Private & Personal Use Only
9
24
27
1 ) J कइसिअ, Pom. गावजोन्वणुम्मत etc. to मणहरं च कहिंचि, जसिअ 2 ) P नववहुसिया तड, 3 तरुण for तर, Pom. पण, P गुंठणानीसह, गयपयार व (3) P वियलिय for विलय, J जइसिन, दुलिहित्र for उल्लिहिय, " जुयलंकिथं कर्हि चि, उ जइसिय- 4 ) P ग्रंथ for गंधड्डू, फरसाण for फुरमाण, P पउत्थवइजइसियपलत्थियवयणकमल, आवडु P आवंदुरपओहर व्वति. 6 ) P उत्संगंमि, P तह for तड, P नयणेहिं for वयणेहिं, P नज्जिय for णज्जइ. 7) P वा for य, P कुलम्मूलण 8 ) r डिंभरुय, पायवडिअ । गज्जर, P पावडई | नज्जंति. 10 P दयया धाती for पाई. 11) मच्छपुच्छडा, वायुच्छलंतपाणि, तणुतंतु. 12 ) Jom. वण, J पज्जल for पक्कल, P गंडलाउला. 13) Jom. लेकिया, उ वेलोवसा, १ परिपर्यंत, Jजुअलुकुंठ, P सरसरत्तकंत. 14 Jom. कंत, P वेण्ड for चंड, माला for माल, om हेला. 15) बिंदुविंदसिंद. 17 ) P इंसउलं, J रज्जद P नज्जर, ए नर for णव. 18) P महुयरलावेहिं. 19 ) J inter. धवल & मंडली, J om. व, r चेवळालिय, JP य for व, P जलयलहीत. 20 ) P तडवेडसिपिक, दुहुदुहारवेहिं कुटारावेहिं, P निज्झरुज्झरंतझरासदेहिं, सरेहिं for सद्देहिं. 21 ) P for व, P व for व्व, P को हाहिई वेज्जा. 22 ) " पुण बिलइ. 23 ) तीय for तीऍ, P रचंति. 24 ) P अहवा लडाउ. 25 Jय दाणो रेवे जोणुज्झिओ, J हूं. 26) J पई for गई. 27 ) पि for च. 30 ) व महाणम्मयं, P तह for कह. 31 ) J सिरिअत्तो. 32 ) P तरुयर. 33 ) P गुहिल, दुसंचारे.
16
30
33
www.jainelibrary.org