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प्रकाशकीय निवेदन
प्राचार्यश्रीसुशीलसूरिज्ञानमन्दिर की तरफ से यह श्रीमहादेवस्तोत्र नाम का ग्रन्थ मनोहरा टीका तथा हिन्दीपद्यानुवाद-भाषानुवाद सहित प्रकाशित करते हुए हमें अति हर्ष हो रहा है।
इस ग्रन्थ के कर्ता-कलिकाल सर्वज्ञ, परमाहतोपासकश्रीकुमारपालभूपालप्रतिबोधक, श्रीसिद्धहेमव्याकरणादि अनेक ग्रन्थसर्जक, अनुपमशासनप्रभावक, परमपूज्य आचार्यपुङ्गव श्रीहेमचन्द्रसूरीश्वरजी महाराज साहेब हैं ।
इस ग्रन्थ पर सरल संस्कृत भाषा में मनोहरा नाम की टीका तथा हिन्दीपद्यानुवाद एवं हिन्दीभाषानुवाद करने वाले शासनसम्राट्-सूरिचक्रचक्रवर्ति-तपोगच्छाधिपतिभारतीयभव्यविभूति-अखण्डब्रह्मतेजोमूर्ति-महाप्रभावशालीप्राचीनश्रीकदम्बगिरि आदि अनेक तीर्थोद्धारक-परमपूज्याचार्यमहाराजाधिराज श्री श्री श्री १००८ श्रीमद्विजयनेमिसूरीश्वरजी म. सा. के सुविख्यात पट्टालंकार-साहित्यसम्राट-व्याकरणवाचस्पति-शास्त्रविशारद-कविरत्न-सप्ताधिकलक्षश्लोकप्रमागानूतनसंस्कृतसाहित्यसर्जक-परमशासनप्रभावकबालब्रह्मचारी-परमपूज्याचार्यप्रवर श्रीमद्विजयलावण्यसूरी
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