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उपाध्याय यशोविजयजी का अध्यात्मवाद/ १७
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अष्टम अध्याय :
आत्मा की आध्यात्मिक-विकास-यात्रा १. त्रिविधआत्मा : बहिरात्मा, अन्तरात्मा, परमात्मा
बहिरात्मा का स्वरूप अन्तरात्मा का स्वरूप परमात्मा का स्वरूप
गुणस्थानक की अवधारणा और आध्यात्मिक विकास ७. गुणस्थानकों के आधार पर आध्यात्मिक विकास का क्रम
चौदह गुणस्थानकों का त्रिविधआत्मा से सम्बन्ध
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नवम अध्याय :
उपसंहार - आधुनिक वैश्विक समस्याओं के निराकरण में अध्यात्मवाद का अवदान १. भोगवादी दृष्टिकोण एक जटिल समस्या २. मानसिक तनाव के कारण एवं निराकरण ३. विभिन्न बीमारियों के कारण उत्पन्न समस्या एवं हल
अपराध और नशा एक भीषण समस्या एवं निराकरण विश्वव्यापी पर्यावरण प्रदूषण की समस्या एवं निराकरण शस्त्रों की प्रतिस्पर्धा एक भयानक समस्या अध्यात्मविहीन राजनीति से उत्पन्न कठिनाइयाँ एवं हल बढ़ता हुआ भ्रष्टाचार एक भीषण समस्या
सम्प्रदायवाद की समस्या एवं निराकरण १०. स्त्री-पुरुष की समानता की मांग की समस्या।
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सन्दर्भ-ग्रन्थ-सूची
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