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विहाडेति - ( विघाटयति ) ___खोलती है। वीतीवइस्सइ - ( व्यतिवजि
ध्यति) पार चला जायगा। वीससे ---(विश्वस्यात् ) विश्वास
करें। °वीसंभटाणितो - (विश्रम्भ-
स्थानीयः ) विश्वासपात्र । वीहिं -(वीथिम् । बाजार में। वूहइत्ता --(बंहयिता) पोषक। वेयमारिय- ( वेदम्-आर्यम)
आर्य वेद; जिसमें हिंसा का
विधान न हो ऐसा वेद । वेरपडिउलणत्ये -(दे० वैर.
प्रतिकुञ्चनार्थम् ) वैर का
बदला लेने के लिये । वेसमणाणि -- ( वैश्रमणानि ) __कुबेर की मूर्ति । वैसालीए - ( वैशाल्याम् ) वि.
शाला नाम की नगरी में [ देखो 'भ, म. नी धर्म- कथाओ' के कोश में 'महावीर' शब्द ] ।
सइ ~~ (सदा) हमेशा । सइयाण – ( शतिकानाम् )
सौ का । सकमण्णहाकाउं-(शक्यम्
अन्यथाकर्तुम् ) ऊलटा करने
का शक्य । सखिहिणि -- ( सकिङ्किणीम् )
घुघरी के साथ । सगडवूहेणं - ( शक्टव्यूहेन )
शकट के आकार में सेना
की व्यूहरचना । सगडीसागर्ड-(शकटीशाकटम्)
छकडी और छकडे । सगेवेनं--(सगैवेयम् ) ग्रीवा
से पकड के। सचिट्रेण -- ( सचेष्टेन) चेष्टा
सहित, सावधानता से । सञ्चपक्खिकाए ---- ( सत्यपक्षि
कया ) सत्य का पक्ष करने
वालीने । सजीयेहि -( सजीवैः) प्रत्यंचा
-दोरी सहित। सगियं - ( शनैः ) धीरे से ।
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